कई हॉकी ओलंपियन ने बेंगलूर में शुरू होने वाले राष्ट्रीय शिविर को लेकर हॉकी इंडिया की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इसे विश्व सीरीज हॉकी को नाकाम करने के लिए शुरू किया जा रहा है। उन्होंने खेल मंत्री से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने के लिए कहा है।
तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सिंह सीनियर सहित इन कई पूर्व खिलाडिय़ों ने खेल मंत्री अजय माकन को पत्र लिखकर टीम के लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के एक सप्ताह के अंदर शिविर शुरू करने की हॉकी इंडिया की ब्लैकमेल करने की नीति की कड़ी आलोचना की है।
उन्होंने माकन से हस्तक्षेप करने और हाकी इंडिया को शिविर आयोजित करने से रोकने का आग्रह किया है। पत्र में कहा गया है, ‘‘पूर्व ओलंपियन होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि हम यह मसला आपके सामने रखें कि भारतीय हाकी टीम के खिलाडिय़ों को एक प्रशासन ब्लैकमेल कर रहा है जिसे कि खिलाडिय़ों या हाकी खेल की कोई परवाह नहीं है। हमें बहुत दुख है कि हमारे राष्ट्रीय नायकों और राष्ट्रीय खेल से इस तरह के लोगों के हाथों खिलवाड़ किया जा रहा है।
पत्र में लिखा गया है, ‘‘हाकी इंडिया ने जानबूझकर भारतीय खिलाडिय़ों के लिए ओलंपिक क्वालीफिकेशन के एक सप्ताह के अंदर शिविर आयोजित किया। यह सभी जानते हैं कि इसका मकसद वर्तमान विश्व सीरीज हाकी को नाकाम करने और यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि हमारे हाकी खिलाड़ी कमाई नहीं कर पाएं.’’
पूर्व खिलाडिय़ों ने हैरानी जताई है कि आखिर जुलाई अगस्त में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए इतनी जल्दी शिविर क्यों लगाया गया। इसके बजाय यदि खिलाड़ी डब्ल्यूएसएच में खेलते तो उन्हें अधिक फायदा होता।
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व विश्व स्तरीय हाकी खिलाड़ी होने के नाते यह किसी के भी समझ से परे है कि ओलंपिक से पांच महीने पहले शिविर क्यों लगाया गया। इससे अच्छी तैयारियों नहीं होंगी और ना ही इससे खिलाडिय़ों को पर्याप्त मैच अभ्यास मिलेगा। यदि खिलाड़ी विश्व सीरीज हाकी में खेलते तो वे अधिक फायदे में रहते.’’