- डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण कार्यो का कमिश्नर डॉ। राजशेखर ने किया इंस्पेक्शन
KANPUR (7 Oct): डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर बनने के बाद गुड्स ट्रेनें यानी मालगाड़ी 100 किमी। प्रति घंटे तक की स्पीड से दौड़ सकेंगी। अभी 50 किमी प्रति घंटे की एवरेज स्पीड से मालगाड़ी दौड़ती हैं। वेडनसडे को कमिश्नर डॉ। राज शेखर ने कॉरीडोर के निर्माण कायरें का जायजा लिया। रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, उन्हें बताया गया कि दादरी से कानपुर का काम तकरीबन पूरा हो चुका है। कानपुर से प्रयागराज का काम जून और प्रयागराज से मुगलसराय तक का काम दिसंबर-2021 में पूरा हो जाएगा।
कानपुर की इंडस्ट्रीज को फायदा
यूपी के हिस्से में आने वाले डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में दादरी से मुगलसराय (कानपुर और प्रयागराज) के बीच कुल लंबाई लगभग 1500 किलोमीटर है। कॉरीडोर का निर्माण पूरा होने के बाद गुड्स ट्रेनों के संचालन में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आएगी। कॉरीडोर को कानपुर के उद्योगों के लिए भी काफी फायदेमंद माना जा रहा है। क्योंकि अपनी चीजें भेजने में कारोबारियों को अभी के मुकाबले कम समय लगेगा।
रेलवे ओवरब्रिज का उठा मामला
कॉरीडोर के अफसरों ने सरसौल रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ओवरब्रिज का भी मामला उठाया। सरसौल ही कॉरीडोर का स्टेशन है। इस पर कमिश्नर ने इस मामले के सॉल्यूशन निकालने के लिए डीएफसीसी, भारतीय रेल, सेतु निगम, पीडब्ल्यूडी और एसडीएम नर्वल की मीटिंग बुलाई है ताकि इस योजना को जल्द पूरा किया जा सके।
हाईलाइट्स
-दादरी से कानपुर का काम तकरीबन पूरा, कमिश्नर ने किया निरीक्षण
- डेडिकेटेड फ्रेड कॉरीडोर को बेहत आधुनिक तरीके से बनाया गया है।
- गुड्स ट्रेन के एक वैगन में तकरीबन 100 टन की कैपेसिटी होती है
- ट्रैक इस तरह बिछाए जा रहे हैं कि लोडेड ट्रेन को 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलाया जा सके
- ये स्पीड सामान्य ट्रैक के मुकाबले दोगुनी है।
- कानपुर से प्रयागराज और प्रयागराज से मुगलसराय का काम 2021 में पूरा होना है