-छात्राओं ने जानी कैसे होती है पुलिसिंग, बोलीं-फरियादी न करें संकोच, पुलिस दिखाए अपनापन
>
KANPUR : आमतौर पर बच्चों को खाकी का खौफ होता है। लेकिन फ्राइडे को थानों का माहौल बिल्कुल बदला हुआ था। थानेदार की कुर्सी पर बैठीं छात्राएं थानेदार और सिपाहियों को आदेश दे रही थीं। बोलीं- फरियादी न करें संकोच और पुलिस दिखाए अपनापन। मौका था इंटरनेशनल चिल्ड्रेन्स डे का। डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह की पहल पर छात्राओं को एक दिन का थानेदार बनाया गया। इस दौरान छात्राओं ने थाने में आए पीडि़तों की समस्याओं को सुनकर संबंधित हल्का इंचार्ज को प्रॉब्लम सॉल्व करने के आदेश दिए। इसके साथ ही उन्होंने थाने के हवालात, रिकार्ड रूम, मालखाना, कंप्यूटर रूम, आर्मरी का इंस्पेक्शन किया।
अनवरगंज में रमशा बनीं थानेदार
बांसमंडी निवासी बीएसी फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट रमशा इम्तियाज खान अली फ्राइडे सुबह 9 बजे अनवरगंज थाने पहुंचीं। जहां पहले से मौजूद सीओ अनवरगंज मोहम्मद अकमल खान और थानाप्रभारी गंगाधर चौहान में रमशा का फूलमाला के साथ स्वागत किया। इसके बाद उसे एक दिन के लिए कार्यवाहक थानाप्रभारी के रूप में थानाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया। इस दौरान थाने में समस्त पुलिसकर्मियों ने अपना परिचय देते हुए कामकाज के बारे में बताया। सीओ ने सबसे पहले रमशा को दरोगा से लेकर डीजीपी तक की वर्किग बताई। इसके बाद ऑफिस, रिकार्ड रूम के अलावा रजिस्टर के बारे में भी जानकारी हासिल करने के साथ ही वायरलेस सेट के बारे में बताया। उन्होंने थाने पर पारिवारिक विवाद की समस्या लेकर आई बासमंडी निवासी महिला के समस्या को सुनकर जल्द ही मामले के निस्तारण करने के अादेश दिए।
डॉक्टर बनना चाहती हैं रमशा
रमशा ने बताया कि वह डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहती हैं। रमशा ने कहा की मुझे बहुत ही अच्छा लगा की एक दिन की इंस्पेक्टर बनाया गया। आज मैंने थाने में सभी को समय पर ड्यूटी पर आने के निर्देश दिए।
किस थाने में कौन बना थानेदार?
- बादशाहीनाका में नौघड़ा निवासी गौरी गुप्ता
- कल्याणपुर में ऐश्वर्यपुरम निवासी वैष्णवी
- कोहना में मसवानपुर चौराहा निवासी 11वीं की छात्रा कुमारी दृष्टि,
- फीलखाना में हाईस्कूल की छात्रा अंशिका शुक्ला
- बेकनगंज में 12वीं क्लास की स्टूडेंट शादमीना नफीश
- मूलगंज में खोया बाजार निवासी 11वीं छात्रा अंशिका अग्रवाल
- बजरिया में रामबाग निवासी आस्था
- किदवईनगर में साकेत नगर निवासी 11वीं छात्रा मान्या विष्ट
- इसके अलावा रायपुरवा और रेलबाजार में भी एक दिन के थानेदार बनाए गए
इंटरनेशनल चिल्ड्रेन्स डे के मौके पर शहर के कई थानों में छात्राओं को कार्यवाहक थाना प्रभारी बनाया गया था। इस दौरान बच्चों के अंदर एक अलग ही जोश देखने को मिला। बच्चे अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हुए एंज्वाय करते नजर आए।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी