-घाटमपुर में पूर्व बीडीसी मेंबर्स की हत्या करने वाले दरोगा सहित तीन आरोपियों को भेजा गया जेल, निलंबन के साथ विभागीय कार्रवाई शुरू

- हत्यारोपी दरोगा को बिना हथकड़ी बाइक में बैठाकर मेडिकल के लिए लाया, बाकी आरोपी हथकड़ी डालकर पुलिस जीप से लाए गए

-दारोगा की सरकारी पिस्टल से ही चली थी गोली, खोखे का पिस्टल से हुआ मिलान, जुआ लूटने सिपाही के साथ गया था दरोगा

-पुराना अपराधी होने के कारण एनकाउंटर दिखाने की बनाई जा रही थी योजना, सीनियर ऑफिसर्स ने फेरा पानी

KANPUR : घाटमपुर के भदरस में गैंगस्टर पप्पू बाजपेई की गोली मारकर हत्या करने वाले दारोगा प्रेमवीर सिंह यादव समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने संडे को जेल भेज दिया। हालांकि इससे पहले हत्यारोपी दरोगा के साथ खाकी ने पूरा याराना निभाया। मामले में गिरफ्तार दो अन्य आरोपी भदरस निवासी रफीक उर्फ बड़का और वीरेंद्र को संडे दोपहर हथकड़ी डालकर पुलिस की जीप से मेडिकल के लिए सीएचसी लाया गया। जबकि उसके कुछ देर बाद एक सब इंस्पेक्टर हत्यारोपी दारोगा प्रेमवीर को बाइक से लेकर सीएचसी पहुंचा। उसके साथ आधा दर्जन अन्य दारोगा भी सीएचसी पहुंचे। कई दारोगा चारों ओर से घेरे में लेकर हत्यारोपी दारोगा को चेहरे पर मास्क लगवा कर डाक्टरों के सामने लाए, जबकि हथकड़ी बांधकर लाए गए दोनों अन्य आरोपियों को मास्क नहीं लगवाया गया था। जिससे सवाल उठना लाजिमी है कि हत्यारोपी के साथ वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों?

सिपाही पर कारर्वाई नहीं

हत्यारोपी दारोगा और हमराही सिपाही को डीआईजी ने प्राथमिक जांच के बाद निलंबित कर दिया है। दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। पूछताछ में दरोगा ने अपना जुर्म भी कबूल लिया है। हालांकि पुलिस अफसर अभी भी ये खुलकर नहीं बोल रहे हैं कि हत्याकांड के पीछे की वजह पुलिस की वसूली है। सिपाही दीपांशु को सिर्फ लाइन हाजिर करने पर परिजनों ने का कहना है कि दोनों पुलिसकर्मी दोषी हैं। दोनों पर एक जैसी कार्रवाई होनी चाहिए। एसपी ग्रामीण ने बताया कि जांच चल रही है। अगर हत्या में उसकी भूमिका होगी तो कार्रवाई जरूर की जाएगी।

सीने में उतार दी थी गोली

भरदस में फ्राइडे शाम जुए की फड़ चल रही थी। तभी घाटमपुर थाने के दरोगा प्रेमवीर सिंह यादव और सिपाही दीपांशु सादी वर्दी में वहां पहुंचे थे। यहां वसूली को लेकर पुलिस के साथ विवाद हुआ। जिसके बाद सभी जुआरी भाग गए लेकिन पप्पू वहीं रह गया। विवाद के बाद दरोगा ने पप्पू के सीने में सरकारी पिस्टल से गोली दाग दी। सुबह खेत में पप्पू की लाश मिलने के बाद मामले का खुलासा हुआ। एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रेमवीर के साथ आरोपी वीरेंद्र और बड़का को भी जेल भेजा गया है। अन्य फरार आरोपी दुर्गा सिंह और विसंभर सिंह की तलाश की जा रही है।

पिस्टल से खोखे मिलान

घटना स्थल से पुलिस ने एक कारतूस का खोखा बरामद हुआ था। फोरेंसिक टीम ने उसको सीज कर दिया था। वहीं दरोगा की गिरफ्तारी के बाद उसकी पिस्टल की जांच की गई तो एक गोली दागने के साक्ष्य मिले। एसपी ग्रामीण ने बताया कि जांच की गई तो ये स्पष्ट हो गया कि जो खोखा बरामद हुआ था वो इसी पिस्टल से दागा गया था। यानी दरोगा ने अपनी सरकारी पिस्टल से पप्पू को मौत के घाट उतारा। इसकी पुष्टि हो गई है। एसपी बृजेश श्रीवास्तव कहते हैं कि आरोपी वीरेंद्र व बड़का का मृतक पप्पू बाजपेयी से विवाद था। जिसके चलते उन्होंने जुए की सूचना देकर दारोगा व सिपाही को बुलाया था। जिसके बाद पूरा वारदात घटित हुई।