-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी के चलते ट्रांसपोर्टर्स ने भी की मालभाड़ा बढ़ाने की तैयारी
-बाहर से आने वाले माल का भाड़ा 15 परसेंट तक बढ़ा, बाहर भेजने वाले माल पर बढ़ेगा 20 परसेंट
KANPUR: पेट्रोल, डीजल और एलपीजी गैस सिलेंडर की महंगाई से जूझ रहे लोगों को अब महंगे मालभाड़े का झटका भी लगेगा। इसका सीधा असर रोजमर्रा यूज होने वाली चीजों पर पड़ेगा। क्योंकि मालभाड़ा बढ़ने से इनकी कीमतों का बढ़ना तय है। कानपुर में बाहर से आने वाले माल का भाड़ा पहले ही 15 फीसदी तक महंगा हो चुका है। वहीं अब कानपुर में भी ट्रांसपोर्टर्स ने 15 से 20 फीसदी तक मालभाड़ा बढ़ाने का संकेत दिया है। जिस पर जल्द फैसला भी होगा। कानपुर में बाहर से कपड़ों के साथ ही खाने पीने की चीजें भी आती हैं।
कहां से क्या माल आता है कानपुर-
साडि़यां- सूरत और मुंबई
कपड़ा, शूटिंग,शर्टिग- अहमदाबाद, सूरत, भीलवाड़ा
चावल,दाल,इलेक्ट्रॉनिक सामान- दिल्ली एनसीआर
प्याज,दाल अरहर,राजमा- महाराष्ट्र
सीमेंट- सतना, कटनी,राजस्थान
मौरंग,गिट्टी- हमीरपुर,उरई, जालौन।
बाहर के आने वाले माल की कितनी बढ़ी लागत
सिटी- पहले- अब
दिल्ली-16,000-19,000
मुंबई-45,000-52,000
बेंगलुरु-55,000-63,000
अहमदाबाद-50,000-55,000
सूरत-80,000-92,000
- सूरत का 10 टायर ट्रक का बाकी सभी शहरों से 6 टायर ट्रक का मालभाड़ा।
पहले ईवे बिल और अब डीजल की महंगाई से ट्रांसपोर्टर्स की मुसीबत काफी बढ़ गई है। वैसे भी कई सालों से मालभाड़ा नहीं बढ़ा है। अब मालभाड़ा बढ़ाने के अलावा विकल्प नहीं है। मालभाड़े में 15 से 20 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी प्रस्तावित है। जिस पर एसोसिएशन जल्द फैसला लेगा।
- सतीश गांधी, अध्यक्ष, यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन