कानपुर(ब्यूरो)। अगर आप ऑनलाइन स्टडी करना चाहते हैं या अन्य किसी जरूरी वेबसाइट पर विजिट कर जरूरी इंफॉर्मेशन लेना चाहते हैं। गवर्नमेंट की किसी सर्विस के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते हैं तो इंटरनेट डेटा की टेंशन मत लीजिए। क्योंकि कानपुर स्मार्ट सिटी डेली डेढ़ डीजी इंटरनेट डेटा फ्री दे रहा है। सिटी के 46 प्वाइंट पर स्मार्ट सिटी यह सर्विस मिल रही है। सेफ्टी के साथ इस सर्विस का फायदा हर दिन पांच हजार से ज्यादा लोग उठा भी रहे है। इसके लिए एक बार यूजर स्मार्ट सिटी के आरकॉम सर्वर पर रजिस्टर करता है तो वह फिक्स प्वाइंट से बैठकर डेढ़ जीबी या फिर आधा घंटे तक इंटरनेट का यूज कर सकता है।
जहां फुटफॉल ज्यादा
स्मार्ट सिटी ने वाईफाई के जरिए इंटरनेट डेटा प्रोवाइड करने के लिए पब्लिक प्लेस, पार्क व उन जगहों को चिन्हित किया जहां पर पब्लिक का फुटफॉल सबसे ज्यादा रहता है। जैसे कारगिल पार्क, नानाराव पार्क, कंपनी बाग समेत सिटी के 46 प्वाइंट है। स्मार्ट सिटी के टारगेट पर 66 ऐसी जगह थीं जहां फ्री इंटरनेट की सर्विस प्रोवाइड होनी थी, लेकिन मेट्रो निर्माण के चलते कुछ प्वाइंट पर फिलहाल अभी सर्विस ब्रेक है।
ओटीपी के जरिए कनेक्ट
स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट मैनेजर राहुल सब्बरवाल ने बताया कि इंटरनेट यूज के लिए कई सेफ्टी फीचर्स भी बनाए गए हैं। यूजर वाईफाई के जरिए कनेक्ट करता है तो पहले उसका डेटा स्मार्ट सिटी के सर्वर में आ जाता है। उसके बाद मैसेज के थ्रो उसे एक ओटीपी भेजा जाता है। जिसे डालने के बाद यूजर इंटरनेट के सर्वर से कनेक्ट हो जाता है। पहली बार रजिस्ट्रेशन कराने के लिए यह प्रोसेस है ताकि यूजर का डेटा उनके सïर्वर में सेव रहे। इससे यूजर इंटरनेट का यूज किस के जरिए कर रहा है मसलन मोबाइल, टैब व लैपटॉप से करता है तो उसे एक्सिस मिलती है। यदि एप के थ्रू करता है तो उसे ब्लॉक कर दिया जाता है।
उल्टी सीधी साइट खोली तो जाएंगे ब्लॉक
प्रोजेक्ट मैनेजर राहुल सब्बरवाल ने बताया कि यूजर के लिए यह सर्विस प्रोवाइड कराई गई है लेकिन सेफ्टी फीचर पर भी फोकस किया गया है। डेटा का यूज कर न तो कोई पोर्न साइट खोल सकता है और न ही को वल्गर साइट ओपन कर सकता है। अगर वह प्रयास करता भी है तो अपने आप ब्लॉक हो जाएगा। उसके आईपी एड्रेस को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया जाएगा। इसके बाद वह इस सर्विस का कहीं से भी यूज नहीं कर सकेगा। इसके अलावा यूजर इंटरनेट पर क्या देख रहा और उसका क्या यूज कर रहा उसका डेटा भी सेव रहता है।
सेफ्टी फीचर्स के साथ
स्मार्ट सिटी के सर्वर के जरिए हर दिन पांच से सात हजार लोग इंटरनेट का यूज कर रहे हैं। जिसमें ज्यादातर यूथ हैं, इसके अलावा पार्कों में घूमने आने वाले लोग भी सेफ्टी व फोटो को अपलोड करने में इसका यूज कर रहे हैं। यह डेटा हर दिन घटता बढ़ता है। फेस्टिव सीजन में यह डेटा बढ़ कर 9 हजार तक भी पहुंच जाता है।
स्मार्ट सिटी के तहत पब्लिक को यह सर्विस फ्री दी जा रही है। सिटी में 66 प्वाइंट पर सर्विस दी जा रही है। मेट्रो निर्माण के चलते वर्तमान में 46 प्वाइंट पर ही लोग नेट यूज कर रहे हैं। हर दिन पांच हजार से भी ज्यादा लोग इसकी सुविधा उठा रहे हैं।
-राहुल सब्बरवाल, प्रोजेक्ट मैनेजर, स्मार्ट सिटी