आई एक्सक्लूसिव

गंगा बैराज कराएगा कुंभ के शाही स्नान

- कुंभ के दौरान गंगा के प्रवाह और संगम में पानी की कमी पूरी करने के लिए शहर स्थित गंगा बैराज बनेगा स्टोरेज प्वाइंट

-हरिद्वार से छोड़ा जाएगा पानी गंगा बैराज पर किया जाएगा स्टोर, शाही स्नान के पहले रोजाना दिया जाएगा 7000 क्यूसेक पानी

-हाईकोर्ट और एनजीटी समिति के निर्देश पर शासन और पॉल्यूशन बोर्ड को भेजनी होगी प्रतिदिन छोड़े जाने वाले पानी की रिपोर्ट

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KANPUR : देश के साथ ही पूरी विश्व की निगाहें प्रयागराज में संगम तट पर होने वाले अ‌र्द्धकुंभ पर टिकी हुई हैं। देश की संस्कृति और आध्यात्म के इस महापर्व की तैयारियों के लिए सरकार ने खजाने का मुंह खोल रखा है। लेकिन सरकार की सबसे बड़ी चिंता गंगा की निर्मलता और जलस्तर को लेकर है। कुंभ के दौरान पानी की कमी को पूरा करने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। जिसके तहत 22 दिसंबर से हरिद्वार से गंगा जल छोड़ा जाने लगेगा।

मंत्री के सामने बोला झूठ

पानी 3 दिन में कानपुर गंगा बैराज तक पहुंचेगा और यहां पानी स्टोर किया जाएगा। कुंभ के पहले शाही स्नान 15 जनवरी से 3 दिन पहले 12 जनवरी से रोजाना 7,000 क्यूसेक पानी कुंभ के लिए छोड़ा जाएगा। वहीं कुंभ के दौरान गंगा में प्रवाह के लिए टिहरी झील, रामगंगा डैम और हरिद्वार से पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति की जाएगी। हालांकि मंडे को केंद्रीय मंत्री उमा भारती के दौरे के दौरान अधिकारियों ने बताया कि 7 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। लेकिन डीजी आई नेक्स्ट ने दावे की पड़ताल की तो मालूम चला कि पानी 22 दिसंबर से छोड़ा जाएगा।

शासन को भेजी जा रही रिपोर्ट

उ.प्र। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने बताया कि हाईकोर्ट और एनजीटी समिति के निर्देश पर शासन और पॉल्यूशन बोर्ड ने गंगा बैराज से प्रतिदिन छोड़े जाने वाले पानी की रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट के मुताबिक बारिश के दिनों में 1.25 लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया, जबकि इन दिनों 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक एवरेज 25 हजार से 20 हजार क्यूसेक तक पानी छोड़ा जा रहा है। रोजाना इसकी रिपोर्ट गंगा बैराज द्वारा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में भेजी जा रही है।

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गंगा में पानी की न हो कमी

कुंभ के दौरान गंगा में पानी की कमी को पूरा करने के लिए अभी से ट्रायल शुरू कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक अक्टूबर में टिहरी डैम से 50,000 क्यूसेक पानी को छोड़ा गया था, जिससे यह पता चल सके कि पानी की कमी को पूरा करने के लिए कितने दिन का वक्त चाहिए होगा। वहीं कुंभ से पहले गंगा बैराज में भी 70,000 क्यूसेक तक पानी स्टोर करना होगा, जिससे इलाहाबाद में 3 महीने स्नान के दौरान पानी की कमी न हो और गंगा बैराज से रोजाना 7,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता रहे।

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बैराज से इतना पानी छोड़ा गया

-1.25 लाख क्यूसेक पानी बारिश के दौरान प्रतिदिन छोड़ा गया।

-25,000 क्यूसेक पानी 1 से 15 अक्टूबर तक प्रतिदिन छोड़ा गया।

-20,000 क्यूसेक पानी 16 से 30 अक्टूबर तक पानी बैराज से छोड़ा गया।

-7,000 क्यूसेक पानी कम से कम छोड़ा जाना अनिवार्य है।

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गंगा बैराज अहम प्वाइंट

-15 नवंबर तक कानपुर के सभी नालों को टैप किया जाना है।

-700 किमी। से ज्यादा का सफर कर टिहरी से जल पहुंचेगा कानपुर तक।

-5 दिन से ज्यादा का वक्त लग सकता है टिहरी से बैराज तक पानी आने में।

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कुंभ के दौरान गंगा में पानी की कमी को पूरा करने के लिए हरिद्वार से 22 दिसंबर से पानी छोड़ा जाने लगेगा। 12 जनवरी से रोजाना 7,000 क्यूसेक पानी गंगा बैराज से प्रयागराज के लिए रवाना किया जाएगा।

-जेपी सिंह, एक्सईएन, गंगा बैराज।