कानपुर (ब्यूरो)। पुलिस को केडीए और नगर निगम में वसूलीबाजों के बड़े सिंडिकेट की जानकारी हुई है। रियाज के मोबाइल में कमेलश की कई करीबियों के नंबर मिल गए हैैं, जिनसे पूछताछ करने की पुलिस तैयारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों की माने तों कुछ ही दिनों में कमलेश का गैैंग रजिस्टर किया जाएगा। पुराने पांच केसों में जो भी आरोपी हैैं, उन सभी की तलाश की जा रही है, हालांकि कमलेश के गुरू दद्दा और कमलेश के करीबी रियाज को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।

सह-आरोपियों की तलाश
नए पांच केसों में पुलिस कमलेश के सह-आरोपियों की तलाश में सुरागरसी कर रही है। क्राइम ब्रांच की इंटेलीजेंस विंग के साथ इनफार्मर और खुफिया इकाई को भी इनके खिलाफ इविडेेंस कलेक्ट करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खबरों के नाम पर वसूली और सिंडिकेट चलाने के अलावा कमलेश के दूसरे धंधों की भी पुलिस तलाश कर रही है। कमलेश के खिलाफ नगर निगम और केडीए से संबंधित एक केस दर्ज करने का आदेश किया गया है।


मोबाइल से मिले अहम सुराग
जेल भेजे गए रियाज के मोबाइल से तमाम तस्वीरें और जानकारी पुलिस को मिली है। वसूलीबाजों के सिंडिकेट के साथ अब तक वे वसूलीबाज पत्रकार भी सामने आए हैैं, जिनके नाम मुकदमों में शामिल नहीं हैैं। अन्य विभागों से भी लिस्ट पुिलस ने मांगी हैैं। तमाम विभागों में तैनात कई कर्मचारियों के नाम और नंबर मिले हैैं। पुलिस ने इन नामों का खुलासा तो नहीं किया लेकिन इनके विभागों से इनके क्रियाकलापों की जानकारी और गुप्त रूप से कर्मचारियों और वसूलीबाजों की संपत्ति की जानकारी की जा रही है।

दिन पर उड़ती रहीं अफवाहें
तमाम विभागों को भेजे पत्र में कहा गया है कि बीते पांच सालों में इन वसूलीबाजों ने क्या कमाया और इनकी माली हालत वर्तमान में क्या है? कुल मिलाकर कमलेश, उसके गुरू और रियाज से जुड़े जो भी लोग हैैं उन पर शिकंजा कसने के आदेश जारी कर दिए गए हैैं। वहीं संडे को पूरा दिन इस बात की चर्चा रही कि कमलेश फाइटर ने स्पेशल कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। फिर सूचना आई कि कमलेश की अरेस्टिंग मध्य प्रदेश से कर ली गई है। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की।