कानपुर (ब्यूरो) हसरत मोहानी के इस शहर में गंगा जमुनी तहजीब साफ दिखाई देती थी, लेकिन कुछ संगठन कभी सिमी तो कभी पीएफआई ने शहर का माहौल खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शहर को बदनाम करने के लिए एक संगठन के लोगों ने बीते दिनों पूरी साजिश रची थी। इसके लिए पहले बाजार बंदी और फिर गिरफ्तारी देने की घोषणा की। इसके लिए लोगों को उकसाया। अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने भीड़ का सहारा लिया।
साजिशकर्ताओं के मंसूबे
बीते शुक्रवार को नई सड़क की मस्जिद से नमाज पढ़कर निकले लोग साजिशकर्ताओं के मंसूबों का शिकार हो गए। नमाज पढऩे के बाद इन लोगों ने जुलूस निकाला। इसी दौरान रास्ते में पडऩे वाले चंद्रेश्वर हाते पर भीड़ में शामिल युवकों ने हमला बोल दिया। इसका विरोध हुआ तो भीड़ में शामिल युवक ज्यादा हमलावर हो गए। ईंट-पत्थर, बम और पेट्रोल बम से हमला कर दिया। पुलिस के सामने भी ईंट पत्थर चला रहे थे। दुकानों को लूट लिया और घरों पर भी हमला किया।
तैयार किया ब्लू प्रिंट
नई सड़क की घटना से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने अब शुक्रवार को होने वाली नमाज पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों को जोन और फिर सेक्टर में बांटा जाएगा। इसमें अपर नगर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस के अधिकारी और फोर्स को तैनात किया जाएगा। वर्ग विशेष के धर्मगुरुओं की भी मदद ली जाएगी। कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। एडीएम सिटी अतुल कुमार ने बताया कि आगे से ऐसे हालात पैदा न हों इसके प्रयास किए जा रहे हैं।