पकड़े गए चार लोगों में से तीन इतालवी हैं जबकि एक व्यक्ति फ्रांस का निवासी है। फ्रांस पुलिस का कहना है कि फ्रांसीसी नागरिक ने अदृश्य स्याही की मदद से ताश की एक गड्डी तैयार की। साथ ही इन लोगों ने ये भी तय किया कि खेल में इसी गड्डी का इस्तेमाल हो।
जबकि साज़िश में शामिल इतालवी नागरिकों ने ताश के पत्तों को पढ़ने के लिए एक ख़ास तरह के कॉंटैक्ट लेंस का इस्तेमाल किया। जुआरियों ने इन नकली स्याही वाले ताश के पत्तों की मदद से कसीनो को चौसठ हज़ार रुपये की चपत लगा दी।
शक
प्रिंसेस कसीनो में चलाए जा रहे धोखाधड़ी के इस कांड पर जुआघर के मालिक को तब संदेह हुआ जब इन तीनों इतालवी नागरिकों ने कुछ दिन पहले स्टड पोकर नाम का एक खेल खेलते हुए अपने प्रतिद्वंदी से पहले तो चवालिस हज़ार यूरो जीते फिर पिछले सप्ताह दोबारा आकर खेलते हुए बीस हज़ार यूरो कमाए।
जब पूरे मामले की छानबीन की गई तब जाकर पुलिस को असलियत का पता चला और पाया गया कि ताश के इन पत्तों पर नहीं दिखने वाली स्याही का प्रयोग कर कुछ निशान बनाए गए थे, जिनमें ऐस के लिए एक सीधी रेखा और किंग के लिए क्रॉस बनाया गया था।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार "शुरुआत में हमें लगा कि इस धोखाधड़ी के लिए वो किसी तरह के कैमरे का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला, बाद में पता चला कि उनकी रणनीति कॉंटैक्ट लेंस का प्रयोग करना था."
इंफ्रा-रेड
इसी मामले पर आई एक दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक तीनों इतालवी नागरिक कॉंटैक्ट लेंस के बजाए इंफ्रा-रेड लेंस का प्रयोग कर रहे थे।
आरोप साबित होने पर चारों को धोखाधड़ी और चोरी के आरोप में 10 साल तक के लिए जेल की सज़ा हो सकती है। लेकिन बचाव पक्ष के वकील ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
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