- एलआईयू की हेल्प से बन रही दागी पुलिसकर्मियों की लिस्ट, दोषी पाए जाने पर हो सकती है बर्खास्तगी
KANPUR : बिकरू कांड, पिंटू सेंगर हत्याकांड, संजीत हत्याकांड या ज्योति हत्याकांड। ये कुछ मामले तो सिर्फ बानगी हैं। जिले में ऐसे तमाम मामलों की फेहरिस्त सामने आई है, जिनमें खाकी पर दाग लगा है। पुराने कई मामले हैं जिनमें सस्पेंशन के बाद बहाली और फिर तैनाती हो जाती है। दागदार पुलिसकर्मी एक बार फिर सफेद कॉलर के साथ नौकरी शुरू कर देता है। कई मामले ऐसे हैं जिनमें क्रिमिनल्स के साथ खाकी की मजबूत यारी सामने आई है। हालांकि मामला सामने आने पर इसमें खाकी की किरकिरी भी हुई है। कई थानेदार और पुलिसकर्मी बर्खास्त तक हो चुके हैं और कई पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। बड़ी वारदातों के बाद जो ऑडियो वायरल हो रहे हैं उनमें पुलिस और अपराधियों का गठजोड़ सामने आ रहा है।
फाइल निकलवाई जा रही
डीआईजी प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि शासन के आदेश के बाद गुप्त रूप से ऐसे पुलिसकर्मियों की फाइल निकलवाई जा रही है जो सट्टा, जुआ, खनन, नशीले पदार्थो के सौदागरों से जुड़े रहे हैं। साथ ही जिनका नाम या ऑडियो-वीडियो में अपराधियों के साथ वायरल हुआ है। ऐसे दागदार पुलिसकर्मियों की लिस्टिंग करने के बाद शासन को भेजी जाएगी। जिसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। थानों में तैनात सिपाहियों, दरोगा, इंस्पेक्टर और सीओ स्तर तक की लिस्टिंग करने के लिए कहा गया है।
'' दागी पुलिसकर्मियों की जांच के बाद पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। उसके बाद वहीं से इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.''
डॉ। प्रीतिंदर सिंह,डीआईजी