कानपुर (ब्यूरो)। साइबर ठग ने नेशनल इंस्टीट््यूट आफ फैशन टेक्नोलाजी (एनआईएफटी) की फर्जी वेबसाइड बनाकर एडमिशन के नाम पर छात्रा से 4.77 लाख रुपये की ठगी की। एडमिशन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले तक सीट लॉक होने की पुष्टि नहीं होने पर छात्रा के पिता ने टोलफ्री नंबर पर संपर्क किया। तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी की जानकारी हुई। छात्रा के पिता ने मामले की शिकायत साइबर सेल और चकेरी पुलिस से की।
25 मई से तीन जून के बीच
चकेरी के मंगला विहार प्रथम निवासी राकेश गुप्ता जमीन खरीदकर प्लांटिग का काम करते है। उन्होंने बताया कि बेटी मेघना ने एनआईएफटी में एडमिशन के लिए फार्म भरा था। काउसिङ्क्षलग के बाद बेटी को बंग्लुरू में कॉलेज मिला था। बीती 25 मई को बेटी ने एडमिशन फीस जमा करने के लिए गूगल पर एनआईएफटी की वेबसाइट सर्च की। इस दौरान बेटी ने एडमिशन के लिए आनलाइन फीस जमा करने के लिए 25 मई से तीन जून तक कई बार में करीब 4.77 लाख रुपये जमा कर दिए।
पुलिस कर रही है जांच
हर बार उसे पेमेंट पेङ्क्षडग बताता था। साथ ही जानकारी करने पर 24 घंटे में पेमेंट वापसी की बात की जाती थी। एडमिशन लेने की आखिरी तारीख से एक दिन से पहले तक सीट लॉक नहीं होने पर उन्होंने एनआईएफटी के टोलफ्री नंबर पर संपर्क कर पूरी जानकारी दी। जिसके बाद उन्होंने उस वेबसाइट को देखकर फर्जी होने की जानकारी दी। उसके बाद फर्जी वेबसाइड तो गायब हो गई। हालांकि किसी तरह उन्होंने बेटी की एडमिशन करा दिया। उसके बाद भी बेटी को मेल कर रुपये वापस करने के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है। थाना प्रभारी रत्नेश ङ्क्षसह ने बताया कि पीडि़त की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। साइबर सेल की मदद से आरोपियों का पताकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।