कानपुर (ब्यूरो) एफआईआर में दर्ज जानकारी के मुताबिक, काकादेव एम-ब्लॉक के रहने वाले दंपति का 16 साल का बेटा स्वरूप नगर के मैगी प्वाइंट पर काम करता था। मार्च में मोहम्मद हनीफ की बेटी सिमरन के संपर्क में आ गया। महिला ने उसे झांसे में लेकर 21 मई को धर्मांतरण कराया और फिर इसके बाद निकाह कर लिया। किशोर के तीन टाइम नमाज पढऩे और घर नहीं आने पर परिजनों ने पड़ताल की तो पूरे मामले की जानकारी हुई। इसके बाद वह हरकत में आए और काकादेव थाने में सोमवार रात को तहरीर दी।
अफसरों के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट
मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना और एसपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति तक पहुंचने पर एफआईआर का आदेश हुआ। तब जाकर काकादेव थाना प्रभारी राम कुमार गुप्ता ने आनन-फानन में एफआईआर दर्ज कर चारों को गिरफ्तार कर लिया.पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपी महिला के खिलाफ अपहरण, धर्मांतरण, बंधक बनाने समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है।
काम के दौरान हुई थी मुलाकात
एडीसीपी पश्चिम बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि किशोर पहले ढोल बजाने का काम करता था। बाद में वह मैगी की दुकान पर काम करने लगा था। इसी दौरान वह महिला से मिला था। ये कोई नहीं बता रहा है कि महिला उसको क्यों लेकर गई और मौलवी ने क्यों निकाह कराया?
मुस्लिम धर्म का पालन करते
धर्मांतरण कराने वाले किशोर के माता-पिता ने बताया कि करीब 10 दिनों से उसकी गतिविधियां संदिग्ध थीं। वह नमाज पढऩे और मुस्लिमों की तरह कपड़े पहनने के साथ ही मुस्लिम धर्म का पालन कर रहा था। घर में विरोध करने पर वह झगड़ गया और बोला कि अब मुझे घर में नहीं रहना है। परिजनों ने संदेह होने पर जानकारी की तब पता चला कि किशोर का धर्मांतरण कराने के बाद एक महिला ने निकाह भी करा दिया गया है।