-आरटीओ ऑफिस में जल्दी डीएल बनवाने के नाम पर टप्पेबाजी करने वाला गैंग एक्टिव
-ढाई से तीन हजार लेकर लर्निग डीएल का फर्जी प्रिंट आउट थमा रहे, कई बन चुके शिकार
KANPUR। आरटीओ में अगर आपसे कोई व्यक्ति डीएल जल्दी बनवाने की बात कहे तो सावधान हो जाइए, वो आपको अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है। वह ब्रोकर रूपी टप्पेबाजों के गैंग का मेंबर है। यह गैंग इस समय आरटीओ के आसपास सक्रिय हैं। लर्निग डीएल अप्लीकेंट्स दो से तीन दिनों में देने की बात कह कर ये टप्पेबाज ढाई से तीन हजार रुपए ले लेते हैं। जिसके बाद वह अप्लीकेंट को फर्जी लर्निग डीएल का प्रिंट आउट पकड़ा कर खिसक जाते हैं।
जब परमानेंट डीएल के लिए
आरटीओ सोर्सेस के मुताबिक टप्पेबाजी का शिकार हुए डीएल अप्लीकेंट नर्वल निवासी अखिलेश, कल्याणपुर के राहल और किदवईनगर के राजेश त्रिपाठी को अपने साथ हुई टप्पेबाजी की जानकारी एक माह के बाद हुई। जब वे फर्जी लर्निग डीएल का प्रिंटआउट लेकर परमानेंट डीएल के लिए अप्लाई करने पहुंचे। कैफे में उनको जानकारी हुई कि यह प्रिंटआउट फर्जी है, उनका कोई लर्निग डीएल नहीं बना है।
दूसरे के लर्निग डीएल में
आरटीओ में ब्रोकर रूपी टप्पेबाज युवक लर्निग डीएल के अप्लीकेंट पर खास निगाह रखते हैं। तीन माह बाद की स्लॉट मिलने के बावजूद दो से तीन दिनों में लर्निग डीएल बनवा कर देने की लच्छेदार बातें कर ढाई से तीन हजार रुपए ले लेते हैं। उसके बाद वह अप्लीकेंट को किसी दूसरे के लर्निग डीएल के प्रिंट आउट में उसकी फोटो लगा कर थमा देते हैं।
आधा दर्जन लोग शिकार
लर्निग डीएल की डेली स्लॉट 300 है, जबकि आवेदन करने वाले अप्लीकेंट्स की संख्या इससे कई गुना होती है। यहीं कारण है कि ऑनलाइन अप्लाई में अप्लीकेंट्स को तीन महीने आगे की स्लॉट मिलती है। तीन माह तक डेट के लिए इंतजार न करना पड़े। इसकी चक्कर में लगभग आधा दर्जन लोग टप्पेबाजी का शिकार हुए हैं। इन पीडि़तों ने आरटीओ ऑफिस में सीनियर आफिसर से इस मामले की शिकायत की, लेकिन किसी ने थाने में तहरीर नहीं दी।
एक नजर में
- लर्निग डीएल की 300 स्लॉट डेली
- परमानेंट डीएल की 300 स्लॉट डेली
- 3 मंथ का समय लग रहा लर्निग डीएल के लिए
- 2 दिनों के बाद ही परमानेंट डीएल की स्लॉट मिल रही
- 100 स्लॉट लर्निग डीएल की बढ़ाई जानी है
'' डीएल बनवाने के लिए किसी ब्रोकर व अन्य लोगों के चक्कर में कतई न पड़ें। डीएल प्रक्रिया ऑनलाइन है, परिवहन डिपार्टमेंट की वेबसाइट में पूरी जानकारी दे रखी है। पहले से डीएल अप्लाई की प्रक्रिया काफी सरल हो गई है।
संजय सिंह, आरटीओ, प्रशासन