कानपुर (ब्यूरो) यूक्रेन पर हमले का तीसरा दिन। खारकीव और यूक्रेन की राजधानी कीव। हर तरफ से बम और गोलों की आवाज। उस पर यूक्रेन का माइनस तीन डिग्री टेम्प्रेचर। फर्श पर सोने में ठंड की वजह से पूरी रात करवट बदलते बीत रही है। यूक्रेन में फंसे छात्र सुरक्षित तो हैं, लेकिन बेहद खौफजदा। इमारत के ऊपर उड़ रहे लड़ाकू विमानों ने चैन और नींद दोनों छीन लिए हैं। बम धमाकों की गूंज के साथ सारी रात जागकर काट रहे हैं। स्टूडेंट्स ने वतन वापसी के लिए फार्म भर दिया है और हंगरी या रोमानिया जाने की तैयारी में हैं। भयभीत इतने हैं कि परिजनों से बात के लिए कुछ सेकेंड फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सिचुएशन इज सो क्रिटिकल हियर-जेनसी
माई नेम इज जेनसी, आई लिव इन खारकीव सिचुएशन इज सो क्रिटिकल एंड सम हाउ वी मैनेज्ड इन अवर फ्लैट। रिस्की बहुत है बाहर आना लेकिन खाना नहीं है तो आना ही पड़ेगा। शी इज माई फ्रेंड कुकिंग फूड। हम लोगों ने पहले सोचा कि सुपर मार्केट चले जाएं, लेकिन वहां जाना भी सेफ नहीं था क्योंकि वहां पर भीड़ बहुत थी। इस समय हम सर्पनिया खारकीव में हैैं। हम लोगों ने सोचा कि बाहर आ जाते हैैं। सब लोग जा ही रहे थे कुछ लोग बाहर थे हम लोगों ने रिस्क लिया और बाहर आए। हमें पता है कि ये सही डिसीजन नहीं है पर खाने के लिए कुछ नहीं था, पानी भी खत्म हो गया था। जो भी ये वीडियो देख रहा है बस उससे यही कहूंगी कि हम लोगों के लिए प्रे करें, जिससे हम लोग जल्दी से जल्दी घर वापस आ जाएं। और थैैंक यू सो मच।
एटीएम में खत्म हुए पैसे, बाहर लगी है लाइन
खारकीव और कीव में हमले की वजह से धमाके हो रहे हैैं। रुपये और पैसे भी खत्म हो गए हैैं। खाने का सामान खत्म हो गया है। सैटरडे शाम इंडियन टाइमिंग के मुताबिक 5 बजे यूक्रेन की राजधानी कीव में पूरी तरह से कफ्र्यू लागू कर दिया गया है। किसी के भी बाहर दिखने पर गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैैं। आकांक्षा ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को बताया कि इंडियन गर्वनमेंट ने एक बयान जारी कर दिया है कि जो भी जाना चाहे अपनी जिम्मेदारी पर इंडिया जा सकता है, यह ठीक नहीं है। बमबारी के बीच भूख और प्यास से बेहाल हम लोग सुपर मार्केट और फ्लैट में सामान लेने जा रहे थे।