कानपुर (ब्यूरो)। सीएसजेएमयू से 2022-23 सेशन में बीएड तीसरे सेमेस्टर की पढ़ाई के दौरान यदि आपकी मौखिक या प्रायोगिक परीक्षा छूट गई है आप दोबारा दे सकते है। लेकिन इस परीक्षा को देने के लिए आपको पांच हजार रुपए लेट फीस चुकानी होगी। सीएसजेएमयू के एग्जाम कंट्रोलर राकेश कुमार ने इस संबंध मे लेटर जारी कर दिया है। आवेदन की लास्ट डेट 10 जुलाई है। यूनिवर्सिटी की ओर से पांच हजार रुपए लेट फीस लिए जाने का विरोध भी होने लगा है। स्टूडेंट्स का कहना है कि यदि किसी कारण से परीक्षा छूट गई और आप दोबारा देने का मौका दे रहे है तो इतनी ज्यादा फीस लेना सरासर गलत है।
मौके का उठा रहे फायदा
कानपुर विश्वविद्यालय स्ववित्त पोषित शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ। अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी मौके का फायदा उठा रही है। बीएड के स्टूडेंट दो साल के कोर्स में फीस के नाम पर 85,000 के लगभग फीस भरते है। ऐसे में यदि किसी स्टूडेंट से किन्हीं कारणों से परीक्षा छूट गई और आप उसे दोबारा देने का मौका दे रहे हो तो यह अच्छी बात है। लेकिन विलंब शुल्क के नाम पर यह वसूली सरासर गलत है। विलंब शुल्क 500 से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
फीस वापस लें नहीं तो आंदोलन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कानपुर प्रांत मंत्री विक्रांत अग्निहोत्री ने कहा कि इतना ज्यादा विलंब शुल्क लेना सरासर गलत है। स्टूडेंट के पास इतना बजट नहीं होता है कि वह पांच हजार रुपए विलंब शुल्क दे पाए। यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट को कमाई का जरिया समझ रखा है। इस साल तो कई स्टूडेट्स की स्कॉलरशिप भी नहीं आई है। इस विलंब शुल्क को वापस लेना होगा वरना एबीवीपी आंदोलन करेगा।
इसी वजह से घट रहे एडमिशन
फुपुक्टा की उपाध्यक्ष डॉ। अर्चना दीक्षित ने कहा कि इतनी ज्यादा फीस लेने की वजह से ही यूनिवर्सिटी से स्टूडेंट्स घट रहे है। डब्ल्यूआरएन से लेकर हर जगह फीस के नाम पर वसूली हो रही है। यूनिवर्सिटी को स्टूडेंट हित में फीस को कम करना चाहिए। ऐसा होगा तो स्टूडेंट सीएसजेएमयू आने से बचेगा।
2022-23 सेशन में बीएड तीसरे सेमेस्टर की मौखिक या प्रायोगिक परीक्षा अगर छूट गई है तो स्टूडेंट लेट फीस भरकर एग्जाम दे सकते है। यह स्टूडेंट्स के सामने अपनी पढ़ाई को पूरा करने का एक अच्छा अवसर है। फीस को सोच समझकर ही रखा गया है।
राकेश कुमार, एग्जाम कंट्रोलर, सीएसजेएमयू