- कोरोना से सबसे ज्यादा मौतों के मामले पर शासन ने दिखाई गंभीरता, अपर मुख्य सचिव ने की ताबड़तोड़ 5 बड़ी घोषणाएं
-लेवल-2 में बेड कैपेसिटी और बढ़ेगी, दो प्राइवेट हॉस्पिटल्स से बातचीत जारी, रोज 1500 एंटीजिन टेस्ट करने का लक्ष्य
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KANPUR: सिटी में कोरोना के तेजी से बढ़ते प्रकोप को थामने के लिए शासन ने एक के बाद एक कई बड़े स्टेप उठाए हैं। सबसे ज्यादा फोकस कोरोना से हो रही मौतों को रोकने पर है। इसी के तहत सीएम के निर्देश पर कानपुर आए अपर मुख्य सचिव मेडिकल एजुकेशन डॉ.रजनीश दुबे ने ताबड़तोड़ कई बड़े फैसलों की जानकारी दी। साथ ही भरोसा दिलाया कि इन नए उपायों से संक्रमण को जल्द कम किया जा सकेगा। कोविड पेशेंट्स के लिए बेडों की कमी नहीं होने दी जाएगी। साथ ही कोविड पेशेंट्स की पहचान के लिए एंटीजिन कार्ड टेस्ट को बढ़ाया जाएगा। रोज डेढ़ हजार कोविड टेस्ट एंटीजिन कार्ड से कानपुर में किए जाएंगे।
दो से तीन दिन में दिखेगा असर
अपर मुख्य सचिव डॉ.रजनीश दुबे ने थर्सडे को एलएलआर हॉस्पिटल, रामा मेडिकल कॉलेज और नारायणा मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर कोरोना से लड़ने की व्यवस्थाओं को बेहद बारीकी से देखा। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने कोविड पेशेंट्स की मौत को कैसे कम किया जाए, इस पर भी चर्चा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन स्टेप्स का दो से तीन दिन में असर दिखने लगेगा। इस दौरान डीएम डॉ.ब्रम्हदेव राम तिवारी, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी, मेडिकल कालेज प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल, वाइस प्रिंसिपल डॉ.रिचा गिरि, सीएमओ डॉ.अनिल कुमार मिश्रा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
लगवाएं टीवी, दें न्यूजपेपर
एलएलआर हॉस्पिटल के इंस्पेक्शन के दौरान अपर मुख्य सचिव डॉ.रजनीश दुबे ने कहा कि हर कोविड वार्ड में टीवी लगाया जाए। साथ ही मरीजों को रोज सुबह पढ़ने के लिए न्यूज पेपर भी दिए जाएं। उन्होंने एसआईसी डॉ.रिचा गिरि से यह भी कहा कि संक्रमितों के परिजनों को ड्यूटी डॉक्टर्स सुबह शाम मरीज की हालत की जानकारी फोन पर दें।
एल-2 फैसेलिटी में बढ़ेंगे बेड
डॉ.रजनीश दुबे ने बातचीत के दौरान बताया कि रामा मेडिकल कॉलेज की एल-2 स्तर की फैसेलिटी की क्षमता को 200 से बढ़ा कर 300 बेड किया जा रहा है। इसके अलावा कांशीराम अस्पताल में भी 20 बेड बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईएमए के जरिए शहर के 100 प्राइवेट अस्पतालों से भरोसा मिला है कि कोविड पेशेंट्स के रेफरल का मजबूत मैकेनिज्म बनाया जाएगा। इसके अलावा मोबाइल टेस्टिंग यूनिट की संख्या भी एक से बढ़ा कर 17 की जा रही हैं।
इन पांच स्टेप्स से काबू करेंगे कोरोना
-क्रिटिकल कोविड पेशेंट्स के लिए बढ़ेगी क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट्स एनेस्थीसियोलॉजिस्ट्स की संख्या
-कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट के लिए रेमडेसिवीर ड्रग की खरीददारी के लिए बजट किया गया आवंटित
- क्रिटिकल कोविड पेशेंट्स को मैनेज करने के लिए 54 बाईपेप मशीनें और 25 हाई लेजर कैनुला की खरीददारी
- कोविड पेशेंट्स को जल्द आइसोलेट करने के लिए एंबुलेंस की संख्या डबल करते हुए 36 की जाएंगी
- सर्विलांस टीमों की संख्या 200 से बढ़ा कर 400 की गई, संक्रमण की चेन की जल्द हो सकेगी ट्रेसिंग