कानपुर(ब्यूरो)। अस्पतालों की ओपीडी में दिखाने आने वाले मरीजों को ऐप या किसी अन्य माध्यम से पर्चा बनवाने की आवश्यकता नहीं है। सीरियस पेशेंट्स को तुरन्त इमरजेंसी में शिफ्ट किया जाएगा। इमरजेंसी में एडमिट कर इलाज शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद फाइल बनेगी। यूनिवर्सिटी में चल रहे शिक्षा मंथन में आए डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने यह जानकारी दी।
पीपीपी माडल से भी
डिप्टी सीएम ने कहा कि यूपी के सभी 75 डिस्ट्रिक्ट में मेडिकल कॉलेज होंगे। अभी प्रदेश में 65 मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं, अन्य जिलों में खुलना बाकी है। सीएसजेएमयू के शिक्षा मंथन में शिरकत करने आए बृजेश पाठक ने कहा कि शामली और मऊ में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए एमओयू हो गया है। छह मेडिकल कॉलेज पीपीपी और छह मेडिकल कॉलेज सरकारी फंड से खुलेंगे।
यूपी के मेडिकल कॉलेजों का परचम लहराएगा
उन्होंने कहा कि यूपी के सभी मेडिकल कॉलेज पब्लिक को ऐसी फैसिलिटी देंगी, जिससे गंभीर बीमारी का इलाज भी अपने डिस्ट्रिक्ट में ही मिल जाए। एनआईआरएफ रैंकिंग पर बात करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि अभी तक एनआईआरएफ और नैक में अप्लाई करने का मैथड ही नहीं पता था। इस कार्यक्रम के जरिए पता लग गया है। आने वाले सालों में मेडिकल कैटेगरी में यूपी के मेडिकल कॉलेजों का परचम लहराएगा।