कानपुर (ब्यूरो) 93 किलोमीटर लंबी रिंग रोड कानपुर नगर, कानपुर देहात व उन्नाव से होकर गुजरेगी। हालांकि रिंग रोड का सबसे अधिक हिस्सा कानपुर नगर डिस्ट्रिक्ट में ही आएगा। यह लगभग 62 किलोमीटर का होगा। इसी तरह उन्नाव डिस्ट्रिक्ट में लगभग 27 किलोमीटर हिस्सा होगा। सबसे कम 4 किलोमीटर हिस्सा कानपुर देहात में होगा। रिंग रोड से कानपुर-कन्नौज, कानपुर- इटावा, कानपुर-हमीरपुर रोड, कानपुर-प्रयागराज और कानपुर-लखनऊ हाईवे से जुड़ जाएंगे।
जाम की समस्या होगी खत्म
सिटी में लगने वाले जाम की समस्या के हल के लिए वर्ष 2014 में एनएचएआई ने 93 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का खाका खींचा था। जो कि जीटी रोड मंधना से शुरू होकर सचेंडी, रमईपुर, रूमा, प्रयागराज हाइवे, गंगा के पार आटा उन्नाव, आजाद नगर शुक्लागंज रोड होते हुए जीटी रोड से मिलेगी। इससे सिटी में एंट्री करने वाले लखनऊ, प्रयागराज, कन्नौज आदि जाने वाले हैवी सहित अन्य गाडिय़ां रिंगरोड के जरिए बाहर ही बाहर निकल जाएंगी। जीटी रोड सहित अन्य सड़कों पर ट्रैफिक लोड कम हो जाने से सिटी के अंदर लगने वाले जाम की समस्या हल हो जाएगी। यही नहीं गाडिय़ों की धमाचौकड़ी कम होने से रोड एक्सीडेंट्स की संख्या भी कम हो जाएगी।
मुआवजा बांटने की तैयारी
रिंगरोड के रास्ते में आ रही प्राइवेट जमीनों को भी चिन्हित किया जा चुका है। इसके साथ ही जमीन मालिकों को मुआवजा बांटने की तैयारी शुरू हो गई। फिलहाल लगभग 700 करोड़ मुआवजा बांटे जाने की संभावना है। एनएचएआई ऑफिसर्स के मुताबिक फेजवाइज रिंगरोड बनने तक यह प्रॉसेज चलता रहेगा।
5 साल मेंटीनेंस करेगी कंपनी
जीटी रोड मंधना-सचेंडी वाले हिस्से के लिए 12 जनवरी को टेंडर पड़ेंगे। नेशनल हाइवे अथॉरिटी के जनरल मैनेजर टेक्निकल अरूणा जग्गा की ओर से यह टेंडर कॉल किए गए हैं। एनएचएआई ऑफिसर्स के मुताबिक कम्पनी फाइनल होने और वर्कऑर्डर जारी होने के बाद 29 महीने में रिंगरोड का यह हिस्सा बनाना होगा। टेंडर में रिंगरोड बनाने के साथ ही पांच साल के मेंटीनेंस को शामिल किया गया है।
रिंग रोड
टोटल लंबाई--93 किलोमीटर
निर्माण लागत-- 4778.69 करोड़
जमीन अधिग्र्रहण खर्च-- 3605 करोड़
यूटिलिटी शिफ्टिंग आदि--1911.4 करोड़
जमीन अधिग्र्रहीत होनी है-- 560 हेक्टेयर
डिस्ट्रिक्ट-- रिंग रोड का हिस्सा
कानपुर नगर-- 62 किलोमीटर
उन्नाव-- 27 किलोमीटर
कानपुर देहात--4 किलोमीट