- घरवालों से आशीर्वाद लेकर कैंडिडेंट बेहतर भविष्य के लिए कष्ट सहते हुए पहुंचे एग्जाम सेंटर
-सभी सेंटर्स पर कोविड-19 प्रोटोकॉल किया गया फॉलो, हैंड वॉश और थर्मल स्कै¨नग के बाद एंट्री
KANPUR : ट्यूजडे से शुरू हुए जेईई मेन एग्जाम के दौरान स्टूडेंट्स ने अपने बुलंद हौसलों से कोरोना के खौफ को पस्त कर दिया। बेहतर भविष्य का सपना देख रहे स्टूडेंट्स सभी आशंकाओं और चर्चाओं को पार करते हुए एग्जाम सेंटर्स पहुंचे। यहां कोविड-19 प्रोटोकॉल को पूरी तरह फॉलो करते हुए। पहले दिन बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर का एग्जाम दिया। सुबह और शाम दोनों शिफ्ट में निर्धारित समय से दो घंटे पहले कैंडीडेट्स को इंट्री दे दी गई। सभी स्टूडेंट्स को थर्मल स्कै¨नग और सैनिटाइजेशन कराने के बाद 15-15 के ग्रुप में भेजा गया। पेपर खत्म होने के बाद भी यही इंतजाम किए गए।
100 मीटर दूर रोक दिया
शहर में पनकी औद्योगिक क्षेत्र और महाराजपुर के हाथीपुर गांव के पास सेंटर्स बनाए गए। सुबह फर्स्ट शिफ्ट में 9 से दोपहर 12 बजे तक जबकि दूसरी शिफ्ट में दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक एग्जाम कराए गए। स्टूडेंट्स के सभी व्हीकल्स को एग्जाम सेंटर्स के 100 मीटर दूर ही रोक लिया गया। पुलिसकर्मियों और निजी सुरक्षा कर्मियों ने बेवजह टहलने वालों को एग्जाम सेंटर्स के पास फटकने नहीं दिया। पैरेंट्स को भी थोड़ी दूरी पर जाने के लिए निर्देशित किया गया। दूसरे शहरों के कैंडीडेट सुबह और शाम की पालियों में काफी पहले आ गए थे।
लाउड स्पीकर से एनाउंसमेंट
एग्जाम सेंटर्स पर स्टूडेंट्स को मास्क भी डिस्ट्रीब्यूट किए गए। सेंटर्स पर तैनात स्टाफ और निजी सुरक्षाकर्मी किसी भी तरह की सूचना देने के लिए लाउड स्पीकर से एनाउंसमेंट कर रहे थे। एग्जाम देने आए आशीष ने बताया कि उन्हें कोरोना से ज्यादा एग्जाम टलने का टेंशन था। वह एक दिन पहले ही यहां रहने वाले रिलेटिव के घर आ गए थे। बीआर्क के साथ ही बीटेक की परीक्षा भी देंगे। वहीं इटावा के विनय कुमार का कहना है कि वह रात में बस से चले और सुबह चार बजे बस स्टेशन पहुंच गए और ई-रिक्शा करके एग्जाम सेंटर पर पहुंच गए।