कानपुर (ब्यूरो)। गर्मी और टेम्प्रेचर बढऩे के साथ शहर में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं। घर, दुकान, ऑफिस और चलती गाडिय़ां तक में आग लग रही है। ज्यादातर आग की घटनाएं वायरिंग पर लोड पडऩे से होने वाले शॉर्ट सर्किट से हो रही हैं। सोमवार सुबह सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के मूल्यांकन भवन में आग भडक़ गई। आग लगी तो बीएससी नर्सिंग की स्टूडेंट्स पेपर दे रही थीं। सभी को तत्काल वहां से निकालकर दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया। सूचना पर पहुंची आधा दर्जन दमकल की गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। आग से मूल्यांकन भवन के दो कमरे और महत्वपूर्ण रिकॉर्ड पूरी तरह जल गए।
खिडक़ी तोडक़र घुसे
आग लगने के बाद पूरे भवन में काला धुआं छा गया। दमकल कर्मी ऑक्सीजन किट पहनकर अंदर घुसे तब जाकर आग पर काबू पाया गया। कुछ दमकल कर्मी पीछे के रास्ते से खिडक़ी तोडक़र अंदर गए और पानी की बौछार मारी। हाईटेक फायर सूट का भी इस्तेमाल किया गया। करोड़ों की बिल्डिंग में आग बुझाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। जिसके चलते करीब दो घंटे तक आग धधकती रही। तेज लपटों के चलते कई बार फायर ब्रिगेड कर्मियों को पीछे हटना पड़ा।
5 सदस्यीय कमेटी बनाई, तीन दिन में रिपोर्ट देगी
सीएसजेएमयू के एग्जाम कंट्रोलर प्रो। सुधांशु पांडिया ने बताया कि सुबह लगभग 10 बजे सीएसजेएमयू के मूल्यांकन भवन के फस्र्ट फ्लोर के एक रूम में आग लग गई थी। तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, फायर ब्रिगेड ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आग पर काबू पा लिया। आग लगने वाले रूम में यूनिवर्सिटी में संपन्न हो चुके एग्जाम के क्वेश्चन पेपर की कॉपियां रखी थीं, जो कि लगभग जलकर नष्ट हो गई हैैं। इस दौरान मूल्यांकन भवन में चल रही बीएससी नर्सिंग के एग्जाम को यूआईईटी के हॉल में कराया गया। आग लगने के कारण और हुए नुकसान की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। तीन दिनों में वह कमेटी रिपोर्ट देगी।