- 734 करोड़ से आईआईटी से मोतीझील तक एलीवेटेड ट्रैक और मेट्रो स्टेशन बना रहा यूपीएमआरसी
KANPUR: कानपुर मेट्रो के स्टेशनों में आप बिना खौफ के आ-जा सकते हैं। सिक्योरिटी अरेजमेंट के साथ ही इन मेट्रो स्टेशंस में फायर फाइटिंग के खास इंतजाम रहेंगे। आग की लपटें ही नहीं मेट्रो स्टेशनों के अंदर धुआं उठते से यूपी मेट्रो रेल कार्पोरेशन की टीम को जानकारी हो जाएगी। इसके लिए 9 मेट्रो स्टेशनों में 135 करोड़ से फायर डिटेक्शन और फायर फाइटिंग आदि इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने टेंडर भी कॉल कर लिए हैं।
प्रॉयोरिटी सेक्शन
दरअसल कानपुर में सबसे पहले आईआईटी से मोतीझील के बीच मेट्रो दौड़ेगी। इसके लिए 734 करोड़ से आईआईटी से मोतीझील के बीच 8.7 किलोमीटर लंबा एलीवेटेड ट्रैक और 9 मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। सिविल वर्क पिछले नवंबर में शुरू हो गया था। नवंबर,2021 में इस प्रॉयोरिटी सेक्शन में मेट्रो चलनी है। इसी वजह से यूपीएमआरसी तेजी से सिविल वर्क कर रहा है। अब तक 650 के लगभग पाइल्स की खुदाई हो चुकी है। इसी तरह 50 के करीब पियर(पिलर) तैयार हो चुके हैं। इन पर रखने के लिए करीब 12 पियर कैप और 30 के लगभग यू-गर्डर भी बन चुके हैं। जिन पर मेट्रो ट्रैक बिछाया जाएगा। आईआईटी मेट्रो स्टेशन के लिए भी पिलर बन चुके हैं। इस प्री कॉस्टेड स्लैब डाली जाएगी। शायद यही वजह है कि आईआईटी से लेकर मोतीझील तक सभी 9 मेट्रो स्टेशंस को 135 करोड़ से अंतिम रूप देने की भी तैयारी हो चुकी है। इसमें फायर फाइटिंग, फायर डिटेक्शन, इलेक्ट्रिक एंड मैकेनिकल वर्क्स, एक्सर्टनल डेवलपमेंट, ड्रेनेज सिस्टम आदि वर्क्स शामिल किए गए हैं। इन कार्यो के लिए यूपी मेट्रो रेल कार्पोरेशन के चीफ इंजीनियर कांट्रैक्ट ने टेंडर भी कॉल किए हैं।
इन 9 मेट्रो स्टेशंस में होगा काम
आईआईटी कानपुर, कल्याणपुर रेलवे स्टेशन, एसपीएम हॉस्पिटल, सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, गुरूदेव चौराहा, गीता नगर, रावतपुर रेलवे, हैलट हॉस्पिटल और मोतीझील चौराहा
135 करोड़ से ये काम
फायर फाइटिंग, फायर डिटेक्शन, इलेक्ट्रिक एंड मैकेनिकल वर्क्स, एक्सर्टनल डेवलपमेंट आदि वर्क्स