कानपुर (ब्यूरो) मुम्बई कोरला में रहने वाले आजाद अली ने बताया कि वह गोरखपुर का रहने वाला है। मुंबई में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। वर्तमान में हालात कोरोना के पहले व सेकेंड फेस जैसे नहीं है लेकिन लगातार बढ़ रहे कोरोना के केसेस की वजह से लॉकडाउन का डर है। यहीं कारण है कि वह वहां से चले आए हैं।

दोगुने दाम में टिकट खरीदा
घाटकोपर मुम्बई में रहने वाले सादान लकड़ी कारोबारी है। मूलरूप से वह बस्ती के रहने वाले हैं। उन्होने बताया कि वह सालों से मुम्बई में ही फैमिली के साथ रह रहे हैं। कोरोना की थर्ड वेब को लेकर लॉकडाउन लगना तय है इसलिए वह अपनी फैमिली को गांव छोड़ कर वापस जाएंगे। मुम्बई से कानपुर, गोरखपुर की ओर आने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। टिकट दलाल को दोगुने दामों में तत्काल टिकट लेकर घर लौट रहा हूं। वहीं सूरत में रहने वाले इंद्रजीत मूलरूप से फतेहपुर बिंदकी के हैं। उनका भी यही कहना है कि लॉकडाउन लगने का डर बना है।