- दोनों किशोरों के फ्यूचर के देखते हुए चेतावनी देकर क्राइम ब्रांच ने छोड़ा
- लड़की को परेशान करने में जांच प्रभावित करने की कोशिश
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KANPUR : दो किशोरों ने फर्जी आईपीएस बनकर ऐसा रौब गांठा कि एक बार पुलिस भी दबाव में आ गई। हालांकि शक होने पर पुलिस ने जब जांच की और मामला प्रकाश में आया और दोनों किशोरों को हिरासत में लिया गया। किशोरों के कम उम्र होने और शिकायतकर्ता के समझौता करने पर पुलिस ने दोनों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।
क्राइम ब्रांच को किया ट्रांसफर
मामला महाराजपुर थानाक्षेत्र का है। एक युवती ने शिकायत की थी किसी युवक ने फेसबुक पर उससे दोस्ती की और विश्वास जीतकर वाट्सएप नंबर मांग लिया। इसके बाद वह युवक उसे मिलने के बुलाने लगा। उसके मना करने पर वह उसे अश्लील मैसेज भेजने लगा। पुलिस ने जांच शुरू कर उक्त नंबर पर बात की तो विवेचक के पास आरोपी पक्ष से दबाव पड़ने लगा।
विवेचक पर दबाव
खुद का आईपीएस बताकर कोई विवेचक से बात करता और उसे हड़काता। विवेचक ने प्रकरण से अधिकारियों को अवगत कराया तो जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू तो दो किशोर पकड़ में आए। आरोपी किशोर रहनस का रहने वाला है। उसे जब पता चला कि लड़की ने पुलिस में शिकायत की है तो उसने दोस्त को फर्जी आईपीएस बनाकर उसे अपने चाचा के तौर पर पेश किया और पुलिस पर दबाव डालने की कोशिश की। इंस्पेक्टर महाराजपुर ने बताया कि लड़की पक्ष ने शिकायत वापस ले ली थी और दोनों लड़के किशोर थे, ऐस में उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।