कानपुर (ब्यूरो)। मेरठ से प्रयागराज जा रही संगम एक्सप्रेस के एसी कोच एम-1 में लकड़ी जलाकर अलाव तापने से हडक़ंप मच गया। घटना औरैया में फंफूद से कंचौसी रेलवे स्टेशन के बीच हुई। कोच में आग लगाने की साजिश की सूचना पर कानपुर देहात के झींझक, कानपुर सेंट्रल, फतेहपुर व प्रयागराज स्टेशन पर ट्रेन रोककर कोच खंगाले गए, पर आरोपी नहीं मिले। हालांकि कोच में शौचालय के पास बुझी हुई कई सिगरेट मिलीं। एनसीआर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा, मामला गंभीर है। लकड़ी इक_ा कर आग जलाने की बात पता चली है। आग तापने वाले किसान यूनियन से जुड़े हैं। आरोपी चिह्नित कर लिए गए हैं। जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
आग लगने की सूचना से हडक़ंप
ट्रेन बुधवार सुबह अपने निर्धारित समय 4.10 बजे के स्थान पर 10.08 बजे सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या पांच पर आई। मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष प्रयागराज से कोच में आग लगने के अलर्ट के कारण मुस्तैद उप मुख्य यातायात प्रबंधक आशुतोष ङ्क्षसह, सहायक वाणिज्य प्रबंधक संतोष त्रिपाठी, सीओ जीआरपी संजीव ङ्क्षसह, सहायक सुरक्षा आयुक्त एके राय के नेतृत्व में 100 आरपीएफ व जीआरपी जवानों ने ट्रेन को घेर लिया। आरपीएफ थाना प्रभारी बीपी ङ्क्षसह ने बताया, एम-1 कोच में भाकियू नेता गौरव टिकैत अपने सुरक्षा कर्मी व यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुशल पाल आर्य के साथ मिले।
5 सदस्यीय कमेटी करेगी जांच
किसान नेताओं ने बताया कि प्रयागराज में छह हजार किसान डेरा डाले हैं। वो 500 किसानों के साथ रैली में शामिल होंगे। कोच में आग जलाने की जानकारी नहीं है। फिर बोले-गाड़ी में ढूंढिए शायद कहीं छिपे हों। बिना टिकट किसानों की जांच शुरू करने पर नारेबाजी व हंगामा पर आरपीएफ-जीआरपी बैकफुट पर आ गई। स्थिति बिगडऩे की आशंका में 10.18 बजे ट्रेन को रवाना किया गया। सीपीआरओ ने बताया कि ट्रेन में आग लगाने की साजिश की आशंका को लेकर पांच सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर जांच शुरू कराई गई है।
हमारा कोई साथी शामिल नहीं
मामले में भाकियू नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के बेटे गौरव टिकैत ने बताया कि किसानों के साथ संगम एक्सप्रेस से प्रयागराज में होने वाले किसान अधिवेशन के लिए जा रहे थे। कानपुर सेंट्रल पर पुलिस ने बताया, हरा गमछा ओढ़े व्यक्ति कंचौसी स्टेशन के पास ट्रेन में पॉलीथिन जलाकर हाथ सेंक रहा था। हमने पुलिस को बताया कि वह हमारी टीम का सदस्य नहीं है। हमारे साथी सभी किसान सुरक्षित हैं। सकुशल सम्मेलन में पहुंच गए हैं। ट्रेन के कोच में आग जलाना गंभीर अपराध है। हजारों यात्रियों की जान को जोखिम में डाला गया। भाकियू नेता नरेश टिकैत के बेटे गौरव, किसान व उनके नेता सवार थे। किसी के पास टिकट नहीं था। मुकदमा दर्ज करने के साथ अलग से जांच और रिपोर्ट बनवा रहे हैं।