कानपुर (ब्यूरो) सदन की कार्यवाही में भाजपा पार्षद अधिक संख्या में पहुंचे। लेकिन ज्यादातर पार्षद विदाई समारोह से दूरी बनाए रखी। इसके पीछे पार्षदों में भ्रांति यह थी कि अगर विदाई समारोह में शामिल होंगे तो अगली बार जीत कर सदन में नहीं आ पाएंगे। कई पार्षद नगर निगम कार्यालय में तो घूमते नजर आए, लेकिन सदन के अंदर नहीं आए। विदाई समारोह में आए सभी पार्षदों को महापौर ने लंच कराने के बाद भेजा।
इस सदन ने देखा कोरोना काल
पांच साल के कार्यकाल में पहली बार पार्षदों और नगर निगम अधिकारियों को कोरोना से जूझना पड़ा। दो साल से ज्यादा का समय कोरोना में बीत गया। इस दौरान पार्षद वह काम नहीं करा पाये जो वह करा सकते थे।
सरकारी गाड़ी छोड़ गईं महापौर
नगर निगम सदन का कार्यकाल पूरा होने के बाद सदन में पार्षदों से अंतिम बार मिलने और इस कार्यकाल को याद करने के बाद जब महापौर अपने ऑफिस से बाहर निकलीं तो उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी की बजाय निजी वाहन से नगर निगम मुख्यालय को छोड़ा।