मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की पुलिस ने एक टीवी सीरियल के विज्ञापन में दी गई एक लापता एनआरआई लड़की को खोजने में जान झोंक दी।

इस कहानी में और तड़का उस वक्त लगा जब मानव तस्करी का शिकार एक लड़की ने खुद को एनआरआई लड़की बता कर पुलिस से संपर्क किया।

बताया जाता है कि इस काम में जिले का पुलिस महकमा पूरी शिद्दत से जुट गया और लड़की को बरामद कर लिया गया। लेकिन बाद में पता चला कि जिस लड़की को एनआरआई समझ कर पुलिस अपनी कामयाबी का दावा कर रही है है वो पश्चिम बंगाल के मालदा जिले की रहने वाली एक लड़की है, जो मानव तस्करी का शिकार हुई है।

दरअसल टीवी चैनल ने अपने धारावाहिक के प्रचार के लिए लंदन की रहने वाली गौरी नाम की लड़की के लापता होने का विज्ञापन दिए हैं। लेकिन पुलिस ने इसे सच समझ लिया। वहीं खुद को चंगुल से निकालने के लिए इस लड़की ने विज्ञापन को जरिया बनाने की तरकीब सोची।

कुल मिलाकर इस पूरे मामले की अच्छी बात ये रही कि एक लड़की तस्करों के चंगुल से आजाद हो गई। लेकिन पुलिस के अधिकारी अभी बगलें झांक रहे हैं कि इतने अधिकारी एक साथ इस चकमे में कैसे फँस गए।

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