कानपुर (ब्यूरो) लखनऊ क्राइम ब्रांच प्रभारी सतीश चंद्र साहू ने बताया कि एटीएस से सूचना मिली थी कि एक गैैंग फेक करेंसी उपलब्ध कराने का लालच देकर लोगो के रुपये चार गुना करने का झांसा देकर लूट और ठगी की घटनाएं कर रहा है। इस पर टीम ने मुखबिर की मदद से गुजैनी निवासी अवनेंद्र को गिरफ्तार किया। उसने पूछताछ में बताया कि झांसा देने के लिए वह नोट के आकार का कागज लेकर उसको डाई से नोट की तरह प्रिन्ट करता था। जिसके बाद चार गुना रकम के लालच में पैसा लेकर आने वालों को थमा देते थे।
नोएडा में पहचान छिपा कर
मूल रूप से कानपुर गुजैनी निवासी अवनेद्र मिश्र नोएडा के थाना विसरख के अरिहंत अपार्टमेंट वह टावर डी में 1705 नंबर फ्लैट में अवनेंद्र पहचान छिपाकर रह रहा था। उसकी लखनऊ पुलिस करीब 11 महीनों से तलाश कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर सोमवार देर रात पुलिस ने दबोच लिया।

चार गुना रकम करने की बात
डीसीपी पूर्वी लखनऊ कमिश्नरेट के मुताबिक 29 अक्टूबर 2021 को एटीएस ने गोमतीनगर थाना में चार गुनी रमक का झांसा देकर लोगों का पैसा लूटने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। साथ ही दो लोगों को करीब 45 लाख की जाली करेंसी के साथ पकड़ा था। मंगलवार को लखनऊ कमिश्नरेट और गोमतीनगर क्राइम ब्रांच की टीम ने अवनेंद्र मिश्र को गिरफ्तार किया।

कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क
पूछताछ में अवनेंद्र ने बताया कि वह 2013 से गिरोह बना कर यूपी ही नहीं एमपी, राजस्थान, गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र तक जाली नोट का काम करता है। गैैंग के लोगों ने 27 अक्टूबर 2021 को प्रयागराज के व्यवसायी को दिल्ली एनसीआर में बुला कर लगभग 90 लाख रुपए की लूट लिए थे। इस सूचना पर यूपी एटीएस की टीम ने 29 अक्टूबर 2021 को लखनऊ से इसके दो साथियों को गिरफ्तार कर 44,77,500 रुपए बरामद किए थे।