इस इवेंट का नाम World Hack 2012 है और जिन शहरों में में ये कार्यक्रम होगा उसमें भारत का बंगलौर भी शामिल है। वर्ल्ड हैक 2012 के तहत टेक्नोलॉजी से जुड़े लोग एक जगह जमा होते हैं और फेसबुक के लिए नए ऐप्स बनाते हैं।

कोड बनाने वालों के इस जमावड़े में लोग अपने पहले से बनाए हुए ऐप्स भी दिखाते हैं और अगर फेसबुक को पसंद आए तो वो ऐप्स स्वीकार भी किए जाते हैं। इसमें जीतने वाले प्रत्याशी या टीम को इस बार सैन फ्रांसिस्को जाने का मौका मिलेगा जहां वो फेसबुक में काम कर रहे लोगों से मिलेंगे।

फेसबुक के डेवलपर जेम्स पियर्स ने लिखा है कि वर्ल्ड हैक की पूर्व की सफलता को देखते हुए हम इसे एक बार फिर 12 शहरों में आयोजित कर रहे हैं।

भारत के बंगलौर शहर में यह आयोजन 17 सितंबर को होने वाला है जहां भारत के हैकर्स, कोडिंग करने वाले और सॉफ्टवेयर से जुड़े लोग शामिल हो सकते हैं।

असल में वर्ल्ड हैक की अवधारणा को समझने के लिए फेसबुक के इतिहास पर ध्यान देना ज़रुरी है। जिन लोगों ने फेसबुक के मालिक जुकरबर्ग पर आधारित फिल्म सोशल नेटवर्क देखी होगी उन्हें याद होगा कि कैसे जुकरबर्ग एक कमरे में सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के साथ बैठते थे और बाजियां लगती थी सॉफ्टवेयर बनाने की।

ये वहीं से प्रेरित इवेंट हैं जहां सॉफ्टवेयर से जुड़े लोग एक दिन बिताएंगे और किसी चुनौती का सामना करेंगे या फिर कुछ नया बना कर दिखाएंगे जिसका इस्तेमाल फेसबुक कर सकेगी।

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