कानपुर (ब्यूरो)। &मां मैैं इस जन्म में तुम्हारे सपने पूरे नहीं कर पाया। क्या करूं दोस्तों की वजह से गलत संगत में पड़ गया था। लेकिन भगवान से मेरी एक विनती है कि मुझे हर जन्म में आपके जैसी मां मिले। मेरी मौत का जिम्मेदार मैैं खुद हूं, मेरे दोस्तों और परिवार वालों को परेशान न किया जाए। मेरे मरने के सुबूत मेरे मोबाइल में मिल जाएंगे, जिसे 1243 नंबर से खोल लिया जाए, लेकिन किसी को परेशान न किया जाए, ऑनलाइन गेम मैैं अपनी मर्जी से खेलता थायह सुसाइड नोट लिखकर बीएससी के छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। संडे दोपहर बाद परिवार वाले उसके कमरे में पहुंचे तो डेडबॉडी फंदे से लटक रही थी।

डिप्रेशन में था
सैनिक नगर निवासी शिव सिंह एयरफोर्स से रिटायर हैं। बड़ा बेटा राज सिंह सेना में है और उसकी तैनाती पलामू में है। पत्नी सुनीता और छोटा बेटा सुनील सिंह घर में रहता था। सुनील एक डिग्री कॉलेज से बीएससी कर रहा है। परिजनों ने बताया कि सुनील कुछ दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था, कई बार मां ने पूछने की कोशिश की लेकिन सुनील ने मां को कुछ नहीं बताया।

&मां तुम बहुत अच्छी हो&य
सैटरडे रात में वह देर रात मां के कमरे में गया और उसने कहा कि मां तुम बहुत अच्छी हो। मैैं बहुत नालायक हूं। मां ने सिर पर प्यार से हाथ रखकर दुलराया और उसे सोने के लिए कहा। सुबह उठने के बाद वह मंदिर गया, भाई से फोन पर बात की। इसके बाद लगभग 11 बजे कमरे में चला गया। दोपहर दो बजे के आस पास मां खाना खाने के लिए बुलाने गई तो उसका शव फंदे से लटका मिला। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया।
कर्जदार कर रहे थे परेशान
दोस्त योगेश ने बताया कि सुनील कुछ दिनों से गलत संगत में पड़ गया था, वह ऑनलाइन गेम खेलने लगा था। बीते दिनों उसने पूरी रात लूडो खेला था, जिसके साथ खेला था उससे रुपये हार गया था। एक रात में छह हजार रुपये हार गया था। इसके पहले भी उस पर तमाम कर्ज था। होली के पहले उसने सभी से कर्जा अदा करने के लिए कहा था, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। इसी वजह से सुनील ने जान दे दी।

सुनील का मोबाइल कब्जे मेें लेकर जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को दिया गया है, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अशोक कुमार दुबे, प्रभारी निरीक्षक चकेरी