- एनसीआर रीजन अपना खुद का एलएचबी कोच मेंटीनेंस वर्कशाप कर रहा तैयार

- कानपुर समेत प्रयागराज डिवीजन के एलएचबी कोच का समय पर हो सकेगा मेंटीनेंस

KANPUR। कानपुर समेत एनसीआर रीजन के एलएचबी रैक की छोटी सी छोटी खामियां समय पर दूर हो सकेंगी। इससे रेल दुर्घटनाएं नहीं होंगी। दरअसल, एनसीआर रीजन अपना खुद का एलएचबी कोच मेंटीनेंस वर्कशॉप तैयार कर रहा है। इसके बन जाने के बाद से दूसरे रीजन के वर्कशाप पर आधारित नहीं रहना होगा। जिसकी शुरुआत भी झांसी में हो चुकी है। अगर सबकुछ सही रहा तो आने वाले डेढ़ साल में वर्कशाप तैयार भी हो जाएगी। जिसके बाद कानपुर समेत एनसीआर रीजन के एलएचबी कोचों का मेंटीनेंस यहीं पर हो सकेगा।

गाजियाबाद या भुवनेश्वर भेजते

एनसीआर रीजन के सीपीआरओ अजीत कुमार ने बताया कि अभी तक एनसीआर रीजन के पास एलएचबी कोचों का मेंटीनेंस करने के लिए कोई वर्कशाप नहीं थी। कोचों को गाजियाबाद या भुवनेश्वर मेंटीनेंस के लिए भेजा जाता है। एनसीआर रीजन में वर्कशाप होने से कानपुर, प्रयागराज, झांसी, आगरा समेत एनसीआर रीजन से संचालित होने वाली ट्रेनों में लगने वाले एलएचबी रैक का मेंटीनेंस यहीं पर समय पर हो सकेगा। इस प्रोजक्ट में ब्भ्0 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

क्07 कोच कानपुर में

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सिर्फ कानपुर में क्07 एनएलबी कोच है। जो श्रमशक्ति, कानपुर-बांद्रा, शताब्दी लगाए जाते हैं। वहीं ख्भ् एलएचबी कोच रिजर्व रखे जाते हैं। जो अचानक किसी ट्रेन में खराबी आने पर लगा दिए जाते हैं। अभी तक अचानक कोच में कोई खराबी आने पर लोकल स्तर पर मेंटीनेंस कर दिया जाता था। फाल्ट बढ़ा होने पर उसको गोरखपुर भेजा जाता हैं।

तीन साल में होता मेंटीनेंस

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक एलएचबी कोच को हर तीन साल में मेंटीनेंस के लिए वर्कशाप में रूटीन चेकअप के लिए भेजा जाता है। कोच में अचानक कोई बड़ी खामी आने पर उसको मेंटीनेंस के लिए गोरखपुर भेजा जाता है। जिसमें कई सप्ताह लग जाते हैं। इस दौरान कोच कम होने से काफी समस्या होती है। वर्कशाप एनसीआर रीजन में होने से कुछ दिनों में ही कोच का मेंटीनेंस हो जाएगा।

आंकड़े

- ब्भ्0 करोड़ रुपए का तैयार हो रहा मेंटीनेंस वर्कशाप

- ख्भ् एलएचबी कोच रिजर्व में रखे जाते हैं

- ख् रैक श्रमशक्ति के जिसमें ब्ब् कोच हैं

- क् रैक कानपुर-बांद्रा का जिसमें ख्ख् कोच है

- क्म् कोच शताब्दी के कानपुर में

- ख्भ् कोच रिजर्व रखे जाते हैं

- 0फ् साल में मेंटीनेंस के लिए जाते वर्कशाप

पैसेंजर्स की संरक्षा और सुरक्षा को देखते हुए एनसीआर रीजन खुद अपना एलएचबी कोच मेंटीनेंस वर्कशाप बना रहा है। जिससे समय पर कोच की छोटी सी छोटी खामियों का दूर किया जा सके। रेल दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।

अमित मालवीय, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन