कानपुर(ब्यूरो)।ट्रेनों के एसी कोचों में दी जाने चादर, कंबल, टॉवेल और बेडरोल गंदे होने की शिकायतें आए दिन पैसेंजर करते हैं। आरोप लगते हैं कि पैसेंजर्स को बिना धुले और साफ किए बेडरोल दे दिए जाते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। अब पैसेंजर्स खुद पता कर सकेंगे कि इनकी धुलाई कब हुई है। इसके लिए रेलवे बेडरोल के कवर में क्यूआर कोड की सुविधा देने जा रहा है। जिसको पैसेंजर्स अपने स्मार्ट फोन से स्कैन करके पता कर सकेंगे कि कंबल, टॉवल व चादर की धुलाई कब हुई थी। उसकी प्रक्रिया व पैकिंग कब और कैसे हुई।

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अगले माह से कानपुर में सुविधा

कानपुर न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स में बेडरोल की धुलाई व पैकिंग की जाती है। वर्तमान में इसमें किसी प्रकार का क्यूआर कोड व डेट नहीं पड़ी होती है। जिससे पैसेंजर्स को जानकारी हो सके कि उनके द्वारा यूज किए जाने वाला कंबल, चादर व टॉवेल की धुलाई कब हुई थी। नई प्लानिंग के तहत अगले माह से कानपुर स्थित न्यू कोचिंग कॉम्पलेक्स वाशिंग सेंटर में धुलाई के बाद पैकिंग होने वाले बेडरोल में क्यूआर कोड लगाया जाएगा।

हर महीने 50 से अधिक शिकायतें

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली-हावड़ा रूट की विभिन्न ट्रेनों से आए दिन एसी कोचों में मिलने वाले बेडरोल गंदे होने की शिकायत कंट्रोल रूम के माध्यम से आती है। इसके अलावा कई शिकायतें सोशल मीडिया के माध्यम से भी रेलवे के पास पहुंचती हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए ही रेलवे ने यह कदम उठाया है। जिससे पैसेंजर्स में विश्वसनीयता बनी रहे। उन्होंने बताया कि कानपुर में हर महीने 50 से अधिक शिकायतें कोच अटेंडेंट द्वारा बेडरोल गंदा देने की होती हैं।

वाराणसी के बाद कानपुर, लखनऊ

प्रयागराज डिवीजन के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि रेलवे ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह सुविधा बीते दिनों वाराणसी के मैकेनाइज्ड लाउंड्री से शुरू की थी। जिसकी सफलता को देखते हुए रेलवे अब इसको लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, झांसी, आगरा में जल्द शुरू करने जा रहा है। जिससे रेल पैसेंजर्स की बेडरोल गंदे होने की शिकायतों को दूर किया जा सके।

50 हजार से अधिक पैसेंजर्स

कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर डेली 2 लाख से अधिक पैसेंजर्स का आवागमन है। इसमें से 50 हजार से अधिक पैसेंजर्स ट्रेनों के एसी कोचों में जर्नी करते हैं। इसके अलावा दिल्ली-हावड़ा व लखनऊ रूट से डेली 270 से अधिक पैसेंजर्स ट्रेनों का आवागमन वाया कानपुर होता है। नई सुविधा के शुरू होने से ट्रेनों के एसी कोचों में जर्नी करने वाले हजारों पैसेंजर्स को काफी राहत मिलेगी।

- 2 लाख से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन

- 50 हजार से अधिक पैसेंजस एसी कोच में करते सफर

- 279 से अधिक पैसेंजर ट्रेनों का आवागमन डेली होता

- 5 एनसीआर रीजन के बड़े स्टेशनों पर अगले महीने से मिलेगी सुविधा

- 50 से अधिक शिकायतें सिर्फ बेडरोल गंदा होने की हर महीने

पैसेंजर्स की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने यह निर्णय लिया है। इससे पैसेंजर्स की रेलवे के प्रति विश्वसनीयता बनी रहेगी। कानपुर समेत रीजन के बड़े चिन्हित ट्रेनों से चलने वाली ट्रेनों में जल्द ही पैसेंजर्स को यह सुविधा मुहैया होने लगेगी।

हिमांशु शेखर उपाध्याय, सीपीआरओ, एनसीआर