- नीट की तरह नर्सिग में अब ही एग्जाम, दो वर्षीय नर्स प्रैक्टिस नर्सिग के बाद करने पर दवा लिखने का होगा अधिकार

- फॉरेन से कोर्स किया है तो भी यहां पास करना होगा एग्जाम तभी कर सकेंगे नर्सिग का काम

KANPUR : एमबीबीएस और बीडीएस में एडमिशन नीट के जरिए मिलता है। नर्सिग कॉलेजों में एडमिशन में इसी तरह का प्रॉसेस अपनाया जाएगा। खास बात यह होगी कि नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद दो वर्ष की नर्स प्रैक्टिस कोर्स पूरा करने पर दवा लिखने का अधिकारी भी मिल सकता है.नर्सिंग के लास्ट ईयर के एग्जाम को एग्जिट एग्जाम माना जाएगा। इसे देश भर में एक साथ कराया जाएगा। अगर कोई फॉरेन से नर्सिंग कोर्स करने देश में नौकरी करना चाहता है तो उसे भी एग्जिट एग्जाम देना होगा। पास करने पर ही उसे देश में नर्सिंग कार्य करने की अनुमि1त मिलेगी।

मनमानी पर लगेगा अंकुश

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कमीशन बिल 2020 का मसौदा तैयार कराया है। ताकि सरकारी और प्राइवेट नर्सिंग कॉलेजों की मनमानी पर अंकुश लगाया जा सके। जो नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट होगा। इसमें एग्जिट एग्जाम का भी प्रावधान किया गया है, जो देशभर में एक साथ कराया जाएगा।

नए कॉलेजों के रजिस्ट्रेशन नहीं

नया बिल बनने के बाद राज्य सरकारें नए नर्सिंग कॉलेज का रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकेंगी। इसके लिए मेडिकल कमीशन की मंजूरी जरूरी होगी। पुराने नर्सिंग कॉलेजों का समय-समय में निरीक्षण करने का अधिकारी कमीशन के पास होगा। शर्तें पूरी नहीं करने पर मान्यता रद की जा सकती है।

होम बेस्ड पर्सनल केयर असिस्टेंट

हर वर्ष नर्सिंग कॉलेजों में लगभग 4 लाख छात्र-छात्राएं नर्सिंग कोर्सेज में दाखिला लेते हैं। नए बिल में नर्सिंग केयर होम बेस्ट पर्सनल केयर असिस्टेंट की व्यवस्था की गई है। जो संस्थान या अस्पतालों से बाहर घरों में जाकर नर्सिंग केयर देंगे। अभी इसकी कोई व्यवस्था ही नहीं है।

केंद्र सरकार अब नर्सिंग केयर को बेहतर बनाने जा रही है। इसके लिए नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कमीशन बिल 2020 तैयार कराया है। इसमें सुधार के कई प्रावधान किए गए हैं।

- डॉ। मनोज कुमार यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर, राजकीय नर्सिंग कॉलेज, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज परिसर।