- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक माली का भी मोहम्मद उमर गौतम के संगठन ने ही कराया था धर्म परिवर्तन
-एटीएस ने आदित्य से की मां की मौजूदगी में पूछताछ, ज्योति बधिर विद्यालय भी पहुंची एटीएस की टीम, मांगा रिकॉर्ड
KANPUR: धर्मातरण मामले में पीडि़त मूक-बधिर युवक आदित्य से पूछताछ में एक और खुलासा हुआ है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक माली का भी मोहम्मद उमर गौतम के संगठन ने ही धर्म परिवर्तन कराया था। जिस लड़की से उसने शादी की वो भी हिन्दू से मुस्लिम बनी। आदित्य फरवरी में कई दिनों तक उसके घर पर रुका था। दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे। हालांकि आदित्य उसका नाम नहीं बता सका।
नौकरी का दिया लालच
एटीएस की टीम ने बुधवार को कई घंटे तक मूक-बधिर आदित्य से पूछताछ की। आदित्य की मां भी इस दौरान भी मौजूद रहीं। जो आदित्य के जवाबों को एटीएस को जानकारी देती रही। एटीएस ने अलीगढ़ के छात्र के बारे में भी सवाल किए। इस पर आदित्य ने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के माली का धर्म परिवर्तन किया गया है। संगठन के एक शख्स ने उसको माली का नंबर दिया था। उससे मिलने के लिए वो इसी साल चार फरवरी को अलीगढ़ गया था। 16 फरवरी तक उसके घर पर ही रुका। एटीएस ने जब माली का नाम पूछा तो उसने कहा कि नाम नहीं मालूम, केवल माई फ्रेंड के नाम से नंबर मोबाइल में सेव किया था.मोबाइल नंबर जांच एजेंसी को उपलब्ध कराया है। आदित्य ने बताया कि माली ने उससे कहा था कि वह यूनिवर्सिटी में उसकी नौकरी लगवा देगा।
5 साल का मांगा रिकॉर्ड
मामले में एटीएस लखनऊ और नोएडा की टीम वेडनसडे को बिठूर के ज्योति बधिर विद्यालय पहुंची। टीम ने वहां पर प्रिंसिपल से मुलाकात कर टीचर्स व स्टूडेंट्स का रिकॉर्ड मांगा। जिसके बाद टीम को स्कूल मैनेजर का नम्बर दिया गया। टीम ने फोन से मैनेजर से सम्पर्क कर बीते पांच साल में निकले बच्चों और टीचरों का रिकॉर्ड मांगा है। टीम को थर्सडे सुबह तक रिकॉर्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा। ज्योति बधिर विद्यालय में भी धर्म परिवर्तन कराने की साजिश रची गई थी। नोएडा डेफ सोसाइटी ने एक शिक्षक को विशेष तौर पर ज्योति बधिर विद्यालय बिठूर भेजा गया था। ये जानकारी स्कूल प्रबंधन ने एटीएस को दी है। प्रबंधक को इस शिक्षक पर अंदेशा भी है। राजू आलम नाम के ट्रेनर ने एक साल ज्योति विद्यालय में छात्रों के बीच गुजारा। पास आउट होने के बाद आदित्य भी इस शिक्षक की क्लास अटेंड करने के लिए आता था।
सोसाइटी में थे संपर्क
मैनेजर कमलेश चन्द्र दीक्षित ने एटीएस को बताया कि स्कूल ट्रस्ट के प्रेसीडेंट गोपाल सूथवाला के नोएडा डेफ सोसाइटी में किसी पदाधिकारी से अच्छे संबंध थे। उनकी मदद से 15 अप्रैल 2019 से 15 मार्च 2020 तक राजू आलम नाम का शिक्षक यहां भेजा गया था। ट्रस्ट प्रेसीडेंट को जानकारी दी गई थी कि नोएडा डेफ सोसाइटी मूक बधिर बच्चों के स्किल डेवलपमेंट और उन्हें नौकरी दिलाने में मदद करती है।
संदिग्ध थीं आलम की गतिविधियां
मैनेजर ने बताया कि जब राजू आलम यहां से चला गया तब उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली। वह बच्चों को क्लास में तो पढ़ाता ही था मगर बाद में कुछ अन्य बच्चों को अलग से समय देता था। तब लगा कि स्किल डेवलपमेंट पर काम कर रहा है। मगर बाद में बच्चों ने बताया कि वह उन्हें इस्लाम की जानकारी देता था। आदित्य गुप्ता उर्फ अब्दुल्ला ने 2017 में इंटर की परीक्षा पास की थी। उसके बाद भी वह राजू आलम की क्लास लेने के लिए स्कूल आता था। राजू के जाने के बाद पता चला कि आदित्य उसके साथ अलग से बहुत सारा वक्त गुजरता था।