कानपुर (ब्यूरो) उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन ने वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले हैलट में मेडिसिन सप्लाई से हाथ खड़े कर दिए थे। अस्पताल प्रशासन ने दवाओं का आर्डर देने के बावजूद दवा आपूर्ति करने में नाकाम जी लैबोरेटरी को तीन रिमांडर देने के बाद ब्लैकलिस्ट कर दिया था। ऐसे में मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो। संजय काला और एलएलआर अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक प्रो। आरके मौर्या ने मेडिकल कालेज की दर अनुबंध यानी रेट कांट्रेक्टर (आरसी) से दवा खरीदने का निर्णय लिया था। हालांकि एक कंपनी को ब्लैक लिस्ट किए जाने के बाद से अन्य फार्मा कंपनियों में खलबली मच गई। जब अस्पताल प्रशासन ने अंतिम समय में दवा के आर्डर से पहले बात की तो सभी कंपनियां 31 मार्च तक दवा आपूर्ति करने को राजी हो गईं।


अस्पताल में हर बीमारी की दवाएं
अस्पताल प्रशासन ने विभिन्न प्रकार की एंटीबायोटिक, हर तरह की दर्द निवारक दवाएं, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, पेट, न्यूरोलाजी की मिर्गी समेत सभी दवाएं, मनोरोग, त्वचा रोग, नेत्र रोग एवं नाक कान गला विभाग से जुड़ी दवाएं आ गईं हैं। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक दवाओं की काफी कमी थी। लिहाजा पेशेंट की समस्या को देखते हुए डेढ़ करोड़ रुपये से विभिन्न प्रकार की 300 तरह की दवाएं मंगाई गईं हैं।


'' अस्पताल में एंटीबायटिक से लेकर हर जरूरी दवा मुहैया करा दी गई है। अब पेशेंट्स को अधिकतर बीमारियों की दवाएं हैलट में उपलब्ध हो जाएगी।
प्रो। आरके मौर्या, सीएमएस, हैलट अस्पताल