- अक्टूबर-नवंबर के बिल से दो से 7 गुना तक बिल देखकर हजारों कंज्यूमर्स परेशान, अब काट रहे केस्को ऑफिस के चक्कर

- इंटरनेट सर्विस बन्द होने की वजह नहीं हो सकी ऑन स्पॉट रीडिंग तो 155 यूनिट प्रति किलोवॉट के हिसाब से जारी कर दिए बिल

KANPUR: नौबस्ता डिवीजन के राकेश प्रसाद को एसएमएस के जरिए 29 दिसंबर को 4306 रुपए का बिजली का बिल मिला। जिसे देखते ही उनके होश उड़ गए। क्योकि नवंबर में बिल केवल 727 और अक्टूबर में लगभग 800 रुपए का था। केवल राकेश ही नहीं केस्को ने मनमानी करते हुए सर्वोदय नगर, किदवई नगर, नवाबगंज डिवीजन सहित हजारों घरों के बिलनॉन रीडिंग में 155 यूनिट प्रति किलोवॉट के हिसाब से जारी कर दिए हैं। ये बिल पिछले महीने की तुलना में दो से सात गुना तक के हैं। परेशान लोग अब बिल सुधरवाने के लिए केस्को ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं। उन्हें ड्यू डेट बीत जाने के रिबेट न मिलने और अगले बिल में इंट्रेस्ट भी लगकर आने का डर सता रहा है।

5 दिन बन्द रहा इंटरनेट

दरअसल 19 दिसंबर को अचानक लखनऊ में हिंसा भड़क गई थी। इसे देखते हुए कानपुर में 20 दिसंबर से इंटरनेट सर्विस बन्द करा दी गई। जिससे घर-घर जाकर केस्को के मीटर रीडर मोबाइल फोन से बिल जेनरेट नहीं कर सके। इंटरनेट सर्विस ट्यूजडे यानि 24 दिसंबर को चालू हुई। फिर 27 दिसंबर तक एडमिनिस्ट्रेशन ने इंटरनेट सर्विस बन्द करा दी। कुल मिलाकर इंटरनेट सर्विस बन्द होने की वजह से केस्को के मीटर रीडर घर-घर जाकर हजारों की संख्या में इलेक्ट्रिसिटी बिल नहीं बना सके थे। इनकी संख्या 75 हजार के लगभग थी।

बगैर रीडिंग के जारी कर दिए बिल

हजारों की संख्या में बिल न जेनरेट होते देख केस्को इम्प्लाइज ने नया फंडा अपनाया। उन्होंने घर-घर जाकर बिल बनाने की जगह ऑफिस में बैठे-बैठे हजारों बिल जेनरेट कर दिए। ये बिल रीडिंग लिए बगैर एनआर में जारी किए गए। इन बिल को जारी करने में कनेक्शन लोड को बेस बनाया गया। 155 यूनिट प्रति किलोवॉट के हिसाब से बिल जारी कर दिए गए।

ये केस्को का फंडा है

सर्दी की वजह से अक्टूबर से ही पॉवर की डिमांड काफी घट गई है। नवंबर से एसी, फैन, कूलर पूरी तरह से बन्द होने की वजह लोगों के बिल बहुत ही कम आ रहे हैं। पर केस्को के 155 यूनिट प्रति किलोवॉट के हिसाब से बिलिंड के फंडे से लोगों के बिल 2 से लेकर 7 गुना तक हो गए। केस्को ने ये बिल एसएमएस के जरिए लोगों को भेजे। इन बिलों में ड्यू डेट जनवरी फ‌र्स्ट वीक की है। पहले तो लोगों को विश्वास नहीं हुआ। जब उन्होंने केस्को के सबस्टेशन, डिवीजन ऑफिस में जाकर पता किया तो पैरों तले जमीन खिसक गई। अब वह बिल सही कराने के लिए केस्को ऑफिसेज के चक्कर काट रहे हैं।

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-इंटरनेट सर्विस बन्द होने के कारण होने के कारण घर-घर जाकर हजारों बिल नहीं बन सके हैं। इसी वजह से एनआर में बिल जारी किए गए। जिन्हें बिल ज्यादा लग रहे हैं, वह न जमा करें। जनवरी में एक्चुअल रीडिंग लेकर बिल जारी किए जाएंगे। इंट्रेस्ट नहीं लगाया जाएगा और रिबेट भी दी जाएगी।

-- शैलेन्द्र कुमार, चीफ इंजीनियर केस्को