- शहर को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट का डिसिजन, डीजल व सीएनजी बसें होंगी बाहर

- बसों को चार्ज करने के लिए चकेरी में बनाया जाएगा चार्जिग स्टेशन, एक साथ 50 बसें हो सकेंगी चार्ज

KANPUR। सालों से कानपुर के माथे पर लगे मोस्ट पॉल्यूटेड सिटी का दाग अब मिटने वाला है। पॉल्यूशन से मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने कानपुराइट्स को एक बड़ी सौगात दी है। सरकार ने सिटी में इलेक्ट्रिक बसें चलाने का ऐलान कर दिया है। सब कुछ प्लान के मुताबिक रहा तो सिटी में जल्द ही 100 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती दिखाई देंगी। सेकेंड फेज में कानपुर को और इलेक्ट्रिक बसें मिलने पर सीएनजी बसों को हटा दिया जाएगा। बता दें कि कानपुर में बढ़ते पॉल्यूशन को कम करने के लिए सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने ये प्रस्ताव सरकार को दिया था, जिसके बाद ट्रायल भी हुआ। अब बसें चलाने को सरकार ने हरी झंडी दे दी है।

एक बार में 200 किमी।

रोडवेज के कानपुर रीजन के आरएम अतुल जैन बताया कि इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिग के लिए चकेरी में एक चार्जिग स्टेशन भी बनाया जाएगा। जहां एक साथ 40 से 50 बसों को स्पीड से चार्ज किया जा सकेगा। तीन घंटे की चार्जिग में यह बस लगभग 200 किमी चलेगी। यानि एक बार चार्ज होने पर यह बस कानपुर से लखनऊ अप व डाउन कर सकेगी। आरएम ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों को कानपुर सिटी के अंदर ही चलाया जाएगा। जिससे एक बार चार्जिग के बाद वह पूरा या आधा दिन सफर करने के बाद वापस चार्जिग स्टेशन पर पहुंच जाएं।

एसी बसों का ट्रायल भी सफल

प्रदेश सरकार ने दो महीने पहले कानपुर से लखनऊ के बीच दो नॉन एसी व एक एसी इलेक्ट्रिक बस चलाकर ट्रायल लिया था। ट्रायल सफल होने पर उन्होंने इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी। रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने कानपुर, लखनऊ समेत प्रदेश के 11 अधिक पॉल्यूशन वाले सिटीज में इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का फैसला लिया है। जिसमें सिर्फ कानपुर को 100 इलेक्ट्रिक बसें मिलने की घोषणा की गई है।

पॉल्यूशन में नंबर वन कानपुर

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर दुनिया के सबसे ज्यादा पॉल्यूटेड सिटीज में शामिल है। शहर में एयर पॉल्यूशन की स्थिति बेहद खतरनाक है। सामान्य से 10 गुना से भी ज्यादा पॉल्यूशन है कानपुर में। इनमें सबसे बड़ी भूमिका लगतार बढ़ते वाहनों की है। साथ ही शहर के अंदर से कई हाईवे भी गुजरते हैं। वाहनों से निकलने वाला धुआं शहरवासियों की ंिजदगी के लिए जहर बनता जा रहा है। इन्हीं हालात को ध्यान में रखते हुए शासन ने कानपुर सिटी में डीजल वाहनों पर रोक लगाने के साथ सिटी में इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का डिसिजल लिया था।

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आंकड़े

- 100 इलेक्ट्रिक बसें कानपुर सिटी को मिली हैं पहले फेज में

- 2 नॉन एसी इलेक्ट्रिक बसें कानपुर से लखनऊ चल रही हैं

- 1 एसी इलेक्ट्रिक बस भी कानपुर-लखनऊ के बीच चल रही

- 50 बसों को एक साथ चार्ज करने के लिए बनेगा चार्जिग स्टेशन

- 200 किमी चलेगी इलेक्ट्रिक बस एक बार फुल चार्ज होने पर

- 3 घंटे के करीब लगेंगे एक बार बस को पूरी तरह चार्ज होने में

कानपुर सिटी को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट ने शासन की रिर्पोट पर इलेक्ट्रिक बसें चलाने का फैसला लिया है। सिटी में 100 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। चरणबद्ध तरीके से डीजल व सीएनजी बसों को शहर से बाहर किया जाएगा।

अतुल जैन, आरएम, रोडवेज कानपुर रीजन