भूकंप का केंद्र वर्जीनिया में था मगर इसका असर वॉशिंगटन में भी महसूस हुआ जहाँ अमरीकी रक्षा विभाग के पेंटागन कार्यालय को ख़ाली करवाया गया। भूकंप न्यूयॉर्क में भी लोगों ने महसूस किया। जो इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं उनमें नेशनल कैथेड्रल शामिल है हालाँकि उसमें किसी को चोट नहीं आई है।

केंद्रीय अधिकारियों के अनुसार भूकंप के केंद्र के नज़दीक़ स्थित दो परमाणु रिएक्टर बंद कर दिए गए मगर उनको किसी तरह के नुक़सान की ख़बर नहीं है। अमरीकी भूगर्भ सर्वेक्षण के मुताबिक़ भूकंप वॉशिंगटन से 135 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में ज़मीन से छह किलोमीटर नीचे आया।

तीव्रता

शुरुआती तौर पर भूकंप की तीव्रता 5.8 बताई गई थी जिसे बढ़ाकर 5.9 किया गया मगर अंत में अमरीकी भूगर्भ सर्वेक्षण यानी यूएसजीएस ने उसे घटाकर फिर 5.8 कर दिया। वॉशिंगटन में भूकंप के झटके लगभग 30 सेकेंड तक महसूस हुए जिसकी वजह से घरों और दफ़्तरों की इमारतें हिलती रहीं।

भूकंप के मिनटों में शहर की सड़कें लोगों से भर गईं जो घर या दफ़्तर छोड़कर सड़कों पर निकल आए थे। वॉशिंगटन से पीटर वॉकर ने बीबीसी को बताया, "जब ये शुरू हुआ तो ऐसा लगा जैसे कोई पड़ोस में अपना फ़र्नीचर ला रहा है, इसके बाद अलार्म बजा और इमारत ख़ाली कर दी गई। एक घंटे बाद हम सबको घर भेज दिया गया."

उन्होंने बताया कि पूरे शहर में ट्रैफ़िक जाम हो गया और मेट्रो रेल सेवा में भी बेहद भीड़ थी। लोग पैदल ही या फिर साइकिलों पर घर रवाना हुए। छुट्टियाँ मना रहे अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को इस भूकंप के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा और इमरजेंसी मैनेजमेंट अधिकारियों ने बताया।

परमाणु रिएक्टर

भूकंप के झटके उत्तर में बोस्टन से लेकर दक्षिण में साउथ कैरोलाइना तक महसूस हुए। पश्चिम में इंडियानापोलिस से डेट्रॉयट तक ये झटके महसूस किए गए हैं।

न्यूयॉर्क के जॉन एफ़ कैनेडी हवाई अड्डे पर विमानों को उड़ान में देर हुई क्योंकि अधिकारियों ने पहले ये सुनिश्चित करने की कोशिश की कि भूकंप की वजह से कोई नुक़सान तो नहीं हुआ है। वॉशिंगटन की सबसे ऊँची इमारत नेशनल कैथेड्रल के बीच वाले टावर को नुक़सान पहुँचा है। इसके अलावा इक्वेडोर के दूतावास को भी क्षति पहुँचने की ख़बर है।

अमरीकी परमाणु नियामक आयोग के अनुसार न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, पेंसिल्वेनिया और मैरीलैंड में स्थित परमाणु रिएक्टों को कोई नुक़सान नहीं पहुँचा है।

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