कानपुर (ब्यूरो) नगर निगम के ऑफिसर्स ने बताया कि सीयूजीएल पनकी भाऊसिंह स्थित कूड़ा निस्तराण प्लांट में सीएनजी प्लांट लगाने जा रहे हंै। जिसको शासन की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। अब पनकी भाऊसिंह स्थित कूड़ा निस्तराण प्लांट में नगर निगम सीयूजीएल को दस हेक्टेयर जमीन और रोजाना लगभग 550 मीट्रिकटन कचरा देगा। ताकि इस गीले कचरे का जल्द से जल्द निस्तारण हो सके। स्मार्ट सिटी प्रभारी आरके सिंह ने बताया कि पिछले दिनों नीदरलैंड की टीम सीयूजीएल के साथ प्लांट का मुआयना करके गई है। इस पूरे प्लांट में नीदरलैंड के एक्सपर्ट की मदद ली गई है.छह महीने तक प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
2 करोड़ की होगी बचत
ऑफिसर्स के मुताबिक, वर्तमान में कूड़े का निस्तारण नगर निगम द्वारा किया जाता है। रोजाना 550 मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण में रोज अभी नगर निगम का एक लाख रुपये खर्च होता है। जिसे देखते हुए प्रमुख सचिव नगर अमृत अभिजात द्वारा गीले कूड़े के निस्तारण के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। नगर निगम व सीयूजीएल के बीच अनुबंध भी हो चुका है। इस प्रोजेक्ट पर लगभग 15 करोड़ रुपये के खर्च होने का अनुमान है। प्रोजक्ट के तैयार होने पर नगर निगम का हर साल दो करोड़ रुपये की बचत होगी।
प्लास्टिक से बायोडीजल का भी प्लांट
इसके अलावा प्लास्टिक वेस्ट टू डीजल का प्लांट लगाया है। लगभग तीन करोड़ की लागत से बने प्लांट में शुरुआती दौर में रोजाना लगभग पन्द्रह टन प्लास्टिक कचरा निस्तारण किया जाएगा। पिछले दिनों इसका ट्रायल भी हो गया है। रोजाना लगभग दो हजार लीटर से ज्यादा तक बायोडीजल का लक्ष्य रखा गया है। जिसे नगर निगम के वाहनों में इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि बाद में पचास से सत्तर टन कूड़े का निस्तारण कर दस हजार से लेकर 15 हजार लीटर डीजल उत्पादन करने की योजना बनाई गई है।
हाईलाइट्स
1150 मीट्रिक टन रोजाना निकलता है कचरा
550 मीट्रिक टन गीला कचरा
600 मीट्रिक टन सूखा कचरा
10 हेक्टेयर जमीन पर लगेगा प्लांट
06 महीने में प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य
12 हजार किलो रोजाना सीएनजी बनाने का लक्ष्य
15 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान
यह भी जानिए-
- गीले कचरे से बनायी जा रही खाद
- सूखे कचरे प्लास्टिक से बन रही ग्रीन कोल व टाइल्स
- नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपये की होगी बचत
कोट
सीयूजीएल की तरफ से पनकी भाऊसिंह प्लांट में सीएनजी प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए शासन ने सीयूजीएल द्वारा कूड़े से बायो गैस बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। नगर निगम और सीयूजीएल का एमओयू भी साइन हो गया है। जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
आरके सिंह, प्रभारी, स्मार्ट सिटी