कानपुर(ब्यूरो)। शहर की चौपट ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने और ट्रैफिक जाम के प्वाइंट चिन्हित करने के लिए अब विभाग ड्रोन कैमरे की मदद लेगा। जिन प्वाइंट्स पर सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं या फिर आईटीएमएस के तहत वहां कैमरे की फुटेज नहीं मिलती है, वहां ड्रोन कैमरे से न केवल जाम के कारणों का पता लगाया जाएगा बल्कि जाम से निजात दिलाने के लिए डायवर्जन रूट्स भी तलाशे जाएंगे। इसके लिए शासन ने 39 ड्रोन खरीद लिए हैैं। कानपुर कमिश्नरेट एरिया का ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए दो और आउटर के लिए एक ड्रोन जल्द ही ट्रैफिक पुलिस के बेड़े में शामिल होगा। लखनऊ में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को ड्रोन ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
इस तरह से ऑपरेट होगा कैमरा
इस हाईटेक ड्रोन कैमरे में वाई फाई लगा होगा और ये ऑटोमेटिक सिगनलिंग पर होगा। यानी कैमरा ऑन होते ही एक पासवर्ड मांगेगा और पासवर्ड देने पर कैमरा ऑपरेशन शुरू कर देगा। इस ड्रोन की खासियत ये है कि सिगनल ब्रेक होने पर ये ऑटोमेटिक आसपास के वाई-फाई से कनेक्ट हो जाएगा। ये पूरा प्रॉसेस इतनी जल्दी होगा कि कंट्रोल रूम में विजु्अल ब्रेक नहीं हो सकेंगे। बैटरी बड़ी होने की वजह से इनका बैकअप भी ज्यादा होगा। जिन चौराहों के आस पास ज्यादा जाम लगता है। उन चौराहों के आसपास इन कैमरों का मूवमेंट कराया जाएगा। मूवमेंट के दौरान कैमरा कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मियों को न सिर्फ जाम का रूट दिखाएगा बल्कि वैकल्पिक रूट भी दिखाएगा, जिससे ट्रैफिक को वहां से पास किया जा सके।
इन चौराहों के आस पास होगा मूवमेंट
साउथ सिटी के नंदलाल, दीप टाकीज, चावला मार्केट, विजय नगर, फजलगंज, अफीमकोठी, जरीब चौकी, नौबस्ता बाई पास, बर्रा बाई पास, टाटमिल चौराहा के आपस ड्रोन कैमरों को मूवमेंट कराया जाएगा। वहीं सिटी में फूलबाग, चकेरी, हरजिंदर नगर, जाजमऊ, बड़ा चौराहा, चुन्नीगंज और परेड चौराहे पर कैमरे का मूवमेंट कराया जाएगा। मूवमेंट के दौरान किस चौराहे पर कौन सिपाही काम कर रहा है, इसकी भी जानकारी ड्रोन कैमरा देगा और किस चौैराहे पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की जरूरत है, यह भी पता चलेगा।
पुलिस कर्मी बचेंगे आरोपों से
पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि कुछ चौराहों पर लोग ट्रैफिक रूल्स तोड़ते हुए आगे आ जाते हैं। जैसे फजलगंज चौराहे पर रेड लाइट से ग्रीन लाइट होने पर रॉन्ग साइड से लोग आने लगते हैैं। टाटमिल चौराहे पर वन वे का पालन नहीं किया जाता है। गोविंद नगर पुल पर भी लोग नियम तोड़ते दिखाई देते हैैं। यही हालत विजय नगर पुल पर रहता है। नियम तोडऩे वालों का जब मोबाइल से चालान किया जाता है तो पुलिस पर आरोप लगते हैैं। ड्रोन कैमरा ऑपरेट होने से ऐसे लोगों पर भी नजर रखी जाएगी और इनके खिलाफ सख्त स सख्त कार्रवाई की जाएगी।