वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेले से पहले गंगा में एक बूंद भी दूषित पानी नहीं गिरेगा। आचमन के लिए पूरी तरह से शुद्ध गंगा जल मिलेगा। यह बात केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र ङ्क्षसह शेखावत ने शुक्रवार को टेनरी एफ्लुएंट ट्रीटमेंट एसोसिएशन द्वारा वाजिदपुर में बनाए जा रहे 20 एमएलडी के कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट(सीईटीपी) के निरीक्षण के दौरान कहीं। बताया कि गंगा और सहायक नदियों में गिर रहे नालों को बंद करने के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट रखा है।
सुधर रही है क्वालिटी
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने जल मंत्री स्वतंत्र देव ङ्क्षसह के साथ नारियल फोडऩे के बाद नवनिर्मित सीईटीपी को देखा। ऑफिसर्स से प्लांट की कार्यप्रणाली को समझा। उन्होंने कहा कि गंगा जल के सुधार को लेकर पुरानी सरकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। पूर्व में गंगा जल आचमन लायक नहीं था। अब गुणवत्ता सुधरी है। गंगा में मछलियां और अन्य जलीय जीव बढऩे लगे हैं। अब इसमें डॉल्फिन भी दिखती है। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में वर्ष 2025 में गंगा में दूषित पानी नहीं गिरेगा। सभी नालों को बंद किया जाएगा।
टेनरियां बंद नहीं करनी पड़ेंगी
शेखावत ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा नमामि गंगे परियोजना के तहत अलग-अलग ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से गंगा को शुद्ध करने का कार्य किया जा रहा है, अभी धार्मिक स्नान या अन्य त्योहारों की वजह से टेनरियों को बंद करना पड़ता है, उसके बाद टेनरियों को बंद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, इस दौरान डीएम राकेश कुमार ङ्क्षसह, जटेटा के अध्यक्ष रिजवान नादरी, जल निगम और जलकल के आफिसर भी मौजूद रहे।