कानपुर(ब्यूरो)। ककवन के फत्तेपुर गांव में गुरुवार देर रात करीब दो बजे पांच नकाबपोश बदमाशों ने क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) राजकुमार के घर धावा बोल दिया। परचून का सामान लेने के बहाने घर में घुसे बदमाशों ने राजकुमार की बुजुर्ग माता इमरती देवी और पिता छम्मी लाल को गला घोंटकर मार डाला। इसके बाद, घर में मौजूद बहू सपना और दो बच्चों को बंधक बना लिया। पांच लाख के जेवर और तीन लाख की नकदी लूटकर फरार हो गए।
वारदात के दो घंटे बाद
करीब दो घंटे बाद भोर पहर में लोगों को जानकारी हुई तो पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से इविडेंस कलेक्ट किए हैं। वारदात में किसी करीबी का ही हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने बीडीसी सदस्य राजकुमार की तहरीर पर हत्यायुक्त डकैती की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
परचून की दुकान चलाते थे
फत्तेपुर में 80 साल के छम्मी लाल परचून की दुकान चलाते थे। उनके बेटे राजकुमार संविदा पर केस्को में नौकरी करते हैं, साथ ही क्षेत्र पंचायत सदस्य भी है। इसके अलावा वह गांव में किराये पर टेंट का काम और खेती करते हैं। गुरुवार रात छम्मी लाल और उनकी पत्नी इमरती देवी परचून की दुकान से सटे कमरे में सो रहे थे। राजकुमार खेतों की रखवाली के लिए खेत पर थे जबकि बहू बच्चों को लेकर अंदर कमरे में सो रही थीं।
एक घंटे तक तांडव
बहू सपना के अनुसार, रात करीब दो बजे पांच नकाबपोश बदमाश उनके कमरे में दाखिल हुए। एक ने उन पर तमंचा तान दिया और अलमारी की चाबी मांगने लगा। मना करने पर बदमाशों ने गोली मारने की धमकी दी। साथ ही उन्हें और बच्चों को बंधक बना लिया। इस बीच, एक बदमाश ने अलमारी तोड़ दी और इसमें रखे करीब पांच लाख के जेवर और तीन लाख की नकदी लूट ली। सपना के अनुसार, करीब एक घंटे तक बदमाश वहां रहे। सपना ने बताया कि जब उसे विश्वास हो गया कि अब घर में कोई नहीं है तो सुबह करीब चार बजे वह बाहर के कमरे में पहुंची और शोर मचाया। शोर सुनकर ग्रामीण आए, लेकिन इस बीच बाहर के कमरे का नजारा देख उनके होश उड़ गए। सास और ससुर दोनों मृत पड़े थे।
मफलर से गला घोटा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कपड़े से गला घोटे जाने की बात सामने आई है। फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट के मुताबिक मफलर से गला घोंटा गया है। शातिर हत्यारोपियों ने इतनी सफाई से वारदात को अंजाम दिया है कि वृद्ध दंपती के गले, सीने और चेहरे पर कोई हाथ के निशान भी नहीं मिले हैैं।
चार टीमें लगा रहीं सुराग
बहू सपना के अनुसार, रात किसी ने परचून का सामान लेने के बहाने दरवाजा खुलवाया था। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया। ग्रामीणों ने खेत की रखवाली कर रहे राजकुमार को जानकारी दी। कुछ देर में ही डीसीपी पश्चिम विजय ढुल, एसीपी आलोक ङ्क्षसह समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। डीसीपी ने बताया कि गांव में कहीं सीसीटीवी कैमरा नहीं है। बेस ट्रांसीवर सिस्टम (बीटीएस) का डाटा डंप करा कर बदमाशों का सुराग लगाया जा रहा है। सर्विलांस समेत चार टीमें लगाई गई हैं।
पुलिस बता रही करीबी का हाथ
पुलिस के मुताबिक वारदात में किसी करीबी का हाथ है। दरअसल ये बात किसी करीबी की ही जानकारी में थी कि रात के समय राजकुमार खेत पर गया है और रात में भी दुकान को खोलकर छम्मी लाल सामान दे देते हैैं। इसके अलावा पुलिस गांव की रंजिश और पारिवारिक विवाद पर भी काम कर रही है। दोपहर बाद पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस की मौजूदगी में दोनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
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वारदात के खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमें लगाई गई हैैं। जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।
बीपी जोगदण्ड, पुलिस कमिश्नर