कानपुर (ब्यूरो) नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 1972 से रिकार्ड रूम से सभी जरूरी दस्तावेजों की फाइल रखी गई है। काफी पुराना होने के कारण आए दिन इन दस्तावेजों पर कभी दीमक लगने की तो कभी गुम होने की शिकायत आती रहती थी। जिससे नगर निगम की लगातार मुश्किलें बढ़ रही थीं। अब पिछले 50 साल से अब तक के सारे रिकार्ड को साफ्टवेयर की मदद से सुरिक्षत किया जा रहा है।
20 हजार से अधिक
अधिकारियों ने बताया करीब 50 सालों से रिकार्ड रूम में फाइलों का अंबार लगा हुआ है। संभावना है कि लगभग 20 हजार से अधिक महत्वपूर्ण फाइलें पड़ी हैं। ऐसे में कई बार फाइलों को खोजने में घंटों लग जाते हैं और कई बार प्रिंट भी ब्लर हो जाते थेे। इसी से बचने के लिए नगर निगम ने इसकी तरकीब निकाली है।
एक हजार साल तक सुरक्षित
जन्म मृत्यु कार्यालय के क्लर्क बृजेश ने बताया कि दिल्ली की कंपनी इन सभी फाइलों का डिजिटलाइजेशन कर रही है। संभावना है कि अगले कुछ दिनों तक काम पूरा हो जाएगा। डिजिटलाइजेशन होने से फाइलों के गुम होना झंझट पूरी तरह खत्म हो जाएगी। फाइलों को डिजिटलाइजेशन होने से एक हजार साल तक इसे सुरक्षित किया जा सकेगा।