-एलपीएस इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी के डॉक्टर्स करेंगे स्टडी
- बीती दो लहरों में कानपुराइट्स पर कोरोना वायरस का असर और बिना वैक्सीन कितनी बनी एंटीबॉडी, इसकी भी होगी पड़ताल
- स्टडी के हिसाब से ही थर्ड वेव से लड़ने के लिए होगी तैयारियां, एथिक्स कमेटी को भेजा प्रपोजल, आईआईटी भी करेगा मदद
KANPUR : सिटी में एक साल से ज्यादा वक्त में कोरोना वायरस की दो लहरों ने भारी तबाही मचाई है। दूसरी वेव में संक्रमण का स्तर कम हो रहा है। इसी बीच एक्सपर्ट्स के कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की भविष्यवाणी ने चिंता और बढ़ा दी है। ऐसे में बीती दो लहरों में कानपुराइट्स पर कोरोना वायरस का क्या असर रहा। वायरस के खिलाफ उनमें कितनी प्रतिरोधक क्षमता डेवलप हुई। अब डॉक्टर्स इसका पता लगाएंगे। इस स्टडी के नतीजों के हिसाब से आगे किस तरह की तैयारी होनी चाहिए इसके लिए भी सुझाव दिए जाएंगे। इस स्टडी को लेकर एलपीएस इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी के डॉक्टर्स की ओर से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की एथिक्स कमेटी को एक प्रपोजल भेजा जा रहा है। इस स्टडी में कार्डियोलॉजी के डॉक्टर्स की हेल्प आईआईटी के एक्सपर्ट्स भ्ाी करेंगे।
एक मॉडल तैयार किया जाएगा
एलपीएस इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर प्रो.विनय कृष्णा ने जानकारी दी कि कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर में लोगों में वायरस के खिलाफ कितनी एंटीबॉडी बनी और यह कितने दिन तक बनी रहती है। इसे लेकर एक स्टडी शुरू की जाएगी। इस स्टडी में अलग-अलग कैटेगरी और एज गु्रप के 30-30 लोगों के 4 गु्रप बनाए जाएंगे। जिनकी एंटीबॉडी जांच कराई जाएगी। इस गु्रप में वैक्सीन लगने के बाद, बिना वैक्सीन लगे, संक्रमण के बाद और बिना संक्रमित व बिना वैक्सीन लगवाए कितनी एंटीबॉडी बनी इसकी पड़ताल की जाएगी। इसी के आधार पर एक मॉडल तैयार करेंगे कि तीसरी लहर में संक्रमण को लेकर किस तरह की और किस स्तर पर तैयारियां करनी होगी।
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