- उन्नाव के असोहा से लाई गई 17 साल की रोशनी की हालत नाजुक, स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स कर रहे हैं पूरी कोशिश
- सरकार ने इलाज का पूरा खर्च उठाने का ऐलान कर दी राहत, दवाओं के साथ दुआओं का दौर भी जारी
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KANPUR : उन्नाव के असोहा में खेत पर बेहोश मिलीं दो किशोरियों ने तो कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया था लेकिन तीसरी हॉस्पिटल में जिंदगी के लिए अब भी संघर्ष कर रही है। 24 घंटे बाद भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स लगातार उसे बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। वहीं सरकार ने भी इलाज का पूरा खर्च उठाने का ऐलान पीडि़त परिवार को बड़ी राहत दी है। दवाओं के साथ दुआओं का भी दौर जारी है।
आर्टिफीशियली खाली कराया पेट
उन्नाव के बबुरहा गांव से सर्वोदय नगर स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल लाई गई सूरज बली की 17 साल की बेटी रोशनी को गैस्ट्रिक सक्शन देकर डॉक्टर बचाने की कोशिश कर रहे हैं। हॉस्पिटल लाने के बाद रोशनी की हालत देख डॉक्टर्स ने उसे वेंटिलेटर पर लिया है। जहर की आशंका के चलते डॉक्टर्स ने देर रात और थर्सडे दोपहर को उसे गैस्ट्रिक सक्शन दिया। इसके तहत उसके पेट में जो कुछ भी था उसे आर्टिफिशियल तरीके से बाहर निकाल कर पेट को खाली किया गया। पुलिस अधिकारियों को डॉक्टर्स ने साढ़े तीन बजे किशोरी की हालत नाजुक होने के बारे में जानकारी दी।
कुछ पल के लिए ख्ाोली आंख
डॉक्टर्स ने ये भी बताया कि शाम छह बजे से पहले यह बता पाना मुश्किल है कि किशोरी का शरीर इलाज को सही रिस्पांड कर रहा है या नहीं। हालांकि सुबह टेस्ट कराने के लिए जब खून का सैम्पल लिया गया था, उस दौरान उसने हल्की सी आंख खोली थी और कुछ सेकेंड बाद फिर बंद कर ली। सैम्पल से लगभग एक दर्जन जांच की जाएंगी। उसमें तमाम तरह की रिपोर्ट्स आने के बाद ही वे इलाज और किशोरी की कंडीशन के बारे में कुछ बता पाएंगे।
ये है पूरा मामला
वेडनसडे को घर से निकली संतोष वर्मा की 16 साल की बेटी कोमल, सूरज पाल वर्मा की 13 साल की बेटी काजल और सूरज बली की 17 साल की बेटी रोशनी खेत पर बहोश हालत में मिली थीं। इनके मुंह से झाग निकल रहा था। परिजन तीनों को अस्पताल ले गए जहां पर कोमल और काजल को मृत घोषित कर दिया गया था वहीं रोशनी की हालत गम्भीर होने पर उसे रात 11 बजे प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचाया गया। यहां पर छह डॉक्टर के पैनल ने उसका इलाज शुरू किया।
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अस्पताल में पुलिस ने डाला डेरा
उन्नाव की घटना को लेकर राजनीतिक पार्टियां भी एक्टिव हो गई हैं। विरोध प्रदर्शन की आशंका देखते हुए हॉस्पिटल के बाहर पर्याप्त संख्या में फोर्स तैनाती कर दी गई। किशोरी के परिजनों से पूछकर ही पुलिस एक या दो लोगों को मिलने की अनुमति दे रही थी। वहीं कई पॉलिटिकल पार्टी के बड़े नेता समेत कई संगठन ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
एयर एंबुलेंस से एम्स ले जाने की मांग
उन्नाव पीडि़ता के लिए हॉस्पिटल में सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। हॉस्पिटल गेट पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। जिसके बाद एसपी वेस्ट ने किसी तरह उन्हें किशोरी के भाई से मिलवाया। इसके बाद भीम आर्मी के लोगों ने किशोरी को एयरलिफ्ट कराकर एम्स में इलाज कराने की मांग करते हुए नारेबाजी की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया के बेटे व यूपी कांग्रेस कमेटी एससी-एसटी प्रकोष्ठ के कार्यवाहक अध्यक्ष तनुज पुनिया भी हॉस्पिटल पहुंचे। तनुज ने किशोरी के भाई से मुलाकात कर हालचाल जाना। वहीं पूर्व विधायक सतीश निगम भी किशोरी का हालचाल जानने के लिए हॉस्पिटल पहुंचे।