-हैलट में जूनियर डॉक्टर्स ने कोविड ड्यूटी करने से मना किया, बोले घटिया किट से संक्रमण का है खतरा

-हॉस्पिटल प्रशासन ने आला अधिकारियों से की बात, रेजीडेंट्स को समझाने पहुंचे प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल

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KANPUR: एलएलआर हॉस्पिटल में घटिया पीपीई किट दिए जाने का आरोप लगाते हुए देर रात जूनियर रेजीडेंट्स ने कोविड डयूटी करने से मना कर दिया। रेजीडेंट्स का आरोप था कि किट की क्वालिटी सही नहीं है। गॉगल्स, मास्क और ग्लव्स छोटे हैं। जिससे बॉडी को ठीक से कवर नहीं कर पा रहे। इस वजह से उन्हें संक्रमण का भी खतरा है। अब तक 30 के करीब रेजीडेंट्स संक्रमित हो भी चुके हैं।

मच गया हड़कंप

रेजीडेंट्स के देर रात न्यूरो साइंस सेंटर में कोविड ड्यूटी पर नहीं जाने की सूचना पर अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। उन्हें किसी तरह समझाया बुझाया गया। जिसके बाद वह काम पर गए। वहीं सुबह फिर रेजीडेंट्स के साथ स्टाफ मेंबर्स भी घटिया पीपीई किट बता काम करने से मना करने लगे। जिस पर प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने आला अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। मेडिकल कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल और एसआईसी प्रो। रिचा गिरि ने बताया कि पीपीई किट की क्वालिटी को लेकर डीएम, कमिश्नर, अपर मुख्य सचिव मेडिकल एजुकेशन और यूपी मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन(यूपीएमएससी) के एमडी से बात की है।

यूपीएमएससी का दावा

यूपीएमएससी के एमडी का कहना है कि पीपीई किट अच्छी क्वालिटी की हैं। इसका फेब्रिक थोड़ा मोटा है। जिससे ट्रीटमेंट के दौरान संक्रमित ब्लड अंदर जाने का खतरा नहीं रहता। हालाकि फेब्रिक मोटा होने की वजह से इसे पहन कर काम करने वाले शख्स को पसीना ज्यादा आता है। उमस और गर्मी से वह बेहाल हो जाते हैं। एसआईसी का कहना है कि इसके लिए रेजीडेंट्स के लिए अलग एसी रूम की व्यवस्था भी की गई है।

घटिया एन-95 मास्क की सप्लाइ

रेजीडेंट्स का यह भी आरोप है कि जो पीपीई किट उन्हें पहनने के लिए दी जा रही है। उनमें से कई फटी हुई निकलती हैं। उसमें टेप लगा कर काम चलाना पड़ता है। इसके अलावा एन-95 मास्क के नाम पर नकली चाइनीज कंपनी के मास्क दिए जा रहे हैं। जो कि रेजीडेंट्स की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। उनका कहना है कि अब तक कोविड और नॉन कोविड डयूटी करने वाले 30 रेजीडेंट्स संक्रमित हो चुके हैं। वहीं एक शिफ्ट में ही 5 जेआर संक्रमित हो गए। फिर भी पीपीई किट को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया गया।