कानपुर (ब्यूरो) मंगलवार रात को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने सुसाइड की कोशिश की। शाश्वत यशवर्धन एमएस सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहे हैं। वे शास्त्री नगर कानपुर के रहने वाले हैं और कॉलेज में स्वामी विवेकानंद हॉस्टल के बी ब्लॉक में रहते हैं। बताया जा रहा है कि डिप्रेशन में आकर उन्होंने खुद को जहरीला इंजेक्शन लगा लिया था। हॉस्टल के साथियों ने रात को शाश्वत के मोबाइल पर कॉल किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद कमरे पर पहुंचे और दरवाजा नहीं खुला तो अनहोनी की आशंका से पुलिस को सूचना दी गई।

रात तीन बजे पहुंची पुलिस
रात करीब तीन बजे मौके पर पहुंचे पीजीआई चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर ध्यानेंद्र प्रताप सिंह ने टीम के साथ वीडियोग्राफी करते हुए दरवाजा तोड़ा। अंदर डॉक्टर बेहोश अवस्था में पड़े मिले। इन्हें तुरंत इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। इसके बाद उच्चाधिकारियों को सूचना दी। सीओ नागेंद्र चौबे, एसडीएम नम्रता सिंह, तहसीलदार जगदीश सिंह, प्रभारी निरीक्षक यशवंत सिंह व फॉरेंसिंक टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

तलाशी में मिला सुसाइड नोट
पुलिस ने जब कमरे की तलाशी ली तो उन्हें एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें युवक ने खुद को डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाने का निर्णय लेने की बात कही। साथ ही सुसाइड को लेकर किसी पर आरोप नहीं लगाया। हालाकि सुसाइड नोट कई टुकड़ों में मिला।
डीएम ने परिजनों से की बात
डीएम अवनीश कुमार राय, एसएसपी संजय कुमार वर्मा भी इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। जहां आईसीयू वार्ड में भर्ती डॉक्टर के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। परिजनों से भी बात की। लेकिन डॉक्टर की हालत अभी नाजुक बनी हुई है। कानपुर से पहुंचे डॉक्टर के परिजनों ने सुसाइड की कोई वजह नहीं बता पाए।

जांच में प्रेम प्रसंग की बात
पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्रथम दृष्टया प्रेम प्रसंग का मामला सामने आने की बात कही जा रही है। वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है।