कानपुर (ब्यूरो)। रावतपुर में छात्रा से रेप की घटना के करीब एक हफ्ते बाद बाल आयोग की टीम पीडि़त छात्रा के घर पहुंची। थर्सडे को बाल आयोग के सदस्य श्याम जी त्रिपाठी व अन्य ने छात्रा और उसकी नानी से घटना की जानकारी ली। टीम के क्या हुआ था बेटीपूछने पर वह सिसक-सिसक रोने लगी। नानी में गोदी में सिर छिपा लिया। टीम ने अपने साथ आए पुलिस को बाहर भेजा और छात्रा को ढांढस बंधाया। परिजनों ने बताया कि बच्ची अभी भी दहशत में है। घर से पचास मीटर दूर भी अगर कोई वैन की आवाज आती है तो वह कमर में चली जाती है। करीब एक घंटे तक छात्रा और नानी से जानकारी लेने के बाद आयोग मेंबर उस स्कूल मेें पहुंचे, जहां रेप पीडि़ता पढ़ रही थी। आपके घर क्या बेटी नहीं, स्कूल चला रहे या सब्जी मंडीजैसे सवाल करते हुए स्कूल मैनेजमेंट को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद सभी के बयान दर्ज किए।

बाल आयोग टीम के स्कूल मैनेजमेंट से तीन बड़े सवाल

1. तुम्हारे घर में बेटियां नहीं हैैं क्या
स्कूल में सबसे पहले स्कूल गार्ड हरीशंकर को श्याम जी त्रिपाठी ने जमकर फटकारा कहा कि तुम्हारे घर में बेटियां नहीं हैैं क्या? इस पर हरीशंकर ने स्कूल प्रबंधन का आदेश का हवाला दिया। जिन टीचरों के नाम एफआईआर में है, उनके बयान दर्ज किए। इस दौरान क्लास टीचर ने बताया कि क्लास के समय मोबाइल नहीं रखते हैैं। प्रिंसिपल और हेड टीचर को वारदात की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि हम प्राइवेट नौकरी करते हैैं। ज्यादा करने पर हमारी नौकरी जा सकती थी।

2. स्कूल चला रहे हैैं या सब्जी मंडी
बाल आयोग टीम ने स्कूल के मैनेजर से पूछा कि आपने 23 दिसंबर से बिना जानकारी दिए विंटर वेकेशन क्यों कर दी? जबकि ये वेकेशन 31 दिसंबर से होनी थी। मैनेजर से स्कूल की मान्यता-रजिस्ट्रेशन के सार्टिफिकेट और स्कूल बिल्डिंग की रजिस्ट्री ली। इसके बाद मैनेजर को जमकर फटकारा। कहा कि आप स्कूल चला रहे हैैं या सब्जी मंडी।

3. विभाग का सिर नीचा हो गया
बच्ची को इतनी परेशानी थी, इस तरह की वारदात का छिपाने का मतलब आप जानते हैैं। आपके इस कृत्य में मंशा क्या थी? आपको पता है कि आपके इस कृत्य से विभाग का सिर नीचा हो गया है। दो घंटे तक स्कूल में डांट फटकार का सिलसिला चलता रहा।

इंस्पेक्टर साहब, आपने क्या किया
सारी जानकारी करने के बाद बाल आयोग टीम ने रावतपुर इंस्पेक्टर से जानकारी ली। टीम ने पूछा- एक सप्ताह के अंदर आपने क्या कार्रवाई की। फॉरेंसिक रिपोर्ट में क्या आया? जानकारी की गई। इसके अलावा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम ने भी पीडि़ता के घर और स्कूल मैनेजमेंट से जानकारी ली है। उनके साथ बीएसए सुरजीत कुमार सिंह, एसीपी पनकी टीबी सिंह, एसएचओ रावतपुर, डीपीओ जयदीप सिंह और महिला थाने की पुलिस मौजूद थी।

क्या है मामला
21 दिसंबर को छात्रा से स्कूल वैन में ड्राइवर ने रेप किया। छात्रा ने इसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन को दी। लेकिन स्कूल प्रबंधन पर इसे सीरियसली नहीं लिया। घर पहुंचने पर छात्रा ने सारी बात परिजनों को बताई। इसके बाद परिजनों ने आरोपी वैन ड्राइवर कल्लू और स्कूल प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अभी भी जांच चल रही है।