कानपुर (ब्यूरो) घटना के बाद धीरे धीरे गांव में शांति दिखने लगी। गांव की गलियों का सन्नाटा टूट गया। चहल पहल हो गई। लोग काम के लिए भी घरों से निकलने लगे। अब पुलिस का मूवमेंट भी कम कर दिया गया। अस्थाई पुलिस चौकी में एक दारोगा की तैनाती और कर दी गई। शासन से लगातार मामले का अपडेट लिया जा रहा है। प्रशासन की कमेटी को जल्द से जल्द मामले की जांच पूरी करके सौंपने के लिए कहा गया है। टीम को 7 दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के शासन ने निर्देश दिए थे। एसआईटी ने फोन नंबर जारी करते हुए चश्मदीदों से बयान दर्ज करने के लिए टीम से संपर्क करने और डिजिटल सबूत प्रदान करने का आग्रह किया है।
कमिश्नर ने जारी किया पत्र
कमिश्नर डा। राजशेखर की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है। पत्र के माध्यम से अपील की गई है कि कोई भी व्यक्ति, संस्था या संगठन ग्राम पंचायत मड़ौली की घटना के सम्बन्ध में किसी भी रूप में साक्ष्य देना चाहता है तो वह 17 फरवरी से 21 तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे कार्यालय, दूरभाष और ई-मेल पर भेज सकता है। या फिर स्वयं आकर अपने बयान दर्ज करा सकता है। बयानकर्ता को अपना लिखित बयान शपथ पत्र पर देना होगा। पूरे बयान को पढक़र सुनाना होगा, जिसकी वीडियोग्राफी भी करायी जायेगी। इलेक्ट्रानिक साक्ष्य के रूप में उपलब्ध कन्टेंट को भी शपथपत्र के माध्यम से लिखित रूप में देना आवश्यक होगा।