फ्लैग: कमिश्नर के बाद डीएम ने भी किया उर्सला का निरीक्षण, लेकिन हालात बद से बदतर
- ओटी में वसूली, वार्डो में दवाओं की खरीददारी की शिकायतें
- ब्लड बैंक में चूहों का आतंक तो लेडीज टॉयलेट में लगे मिले ताले
KANPUR: उर्सला अस्पताल में 27 नवंबर को कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा ने निरीक्षण किया था तो कई कमियां मिली थीं। बाहर से दवाएं मंगाने से लेकर कई तरह की शिकायतों पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए व्यवस्थाएं सुधारने के लिए अल्टीमेटम दिया। इसके बाद 13 दिसंबर को यानी गुरुवार को डीएम विजय विश्वास पंत भी उर्सला अस्पताल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंच गए। इस बीच हैरान करने वाली बात ये रही कि इस बीच यहां के हालात सुधरने के बजाय और बदतर मिले। डीएम से भी मरीजों ने बाहर से दवाएं मंगाने, ओटी में वसूली से लेकर कई तरह की शिकायतें कीं। इस बीच एक मरीज ने डीएम से हाथ जोड़कर कहा कि साहब, यहां कुछ नहीं बदलने वाला है। जब भी कोई बड़ा अधिकारी आता है तो कुछ घंटों के लिए सब ठीक कर दिया जाता है और फिर वही हालत हो जाती है। वहीं पहली बार डीएम हॉस्पिटल में ढाई घंटे तक रुके और एक एक चीज को चेक किया। तो शहर के दूसरे बड़े सरकारी ब्लड बैंक के अंदर चूहे घूमते मिले और वार्ड में मच्छरों का जमावड़ा मिला। जिसपर डीएम का पारा चढ़ गया।
जहां गए वहां कमी
डीएम विजय विश्वास पंत थर्सडे सुबह करीब 11 बजे उर्सला अस्पताल पहुंचे। ओपीडी से लेकर वार्डो और ब्लड बैंक का उन्होंने निरीक्षण किया। इस दौरान ब्लड बैंक में उन्हें बड़े बड़े चूहे घूमते मिले तो ब्लड बैंक प्रभारी को तलब किया। हालांकि वह भी इस पर कोई जवाब नहीं दे सके। इसके बाद वह आर्थोपेडिक वार्ड गए तो वहां इंप्लांट को लेकर कई शिकायतें मिलीं। मेडिसिन वार्ड में भी कई मरीजों ने बाहर से ही दवाएं मंगाने की शिकायत की। आर्थोपेडिक के ऑपरेशन में वसूली की शिकायत पर उन्होंने डॉक्टर्स से चर्चा की तो पता चला कि इंप्लांट की खरीददारी का कोई प्रावधान ही नहीं है और न ही इसको लेकर दिशा निर्देश हैं। इसलिए डॉक्टर अपने स्तर पर इंप्लांट मंगाते हैं। वार्डो के निरीक्षण के दौरान उन्हें मच्छर भी मिले। वहीं लेडीज टायलेट में ताला पड़ा था। डीएम ने मरीजों को बाहर से दवा मंगाने पर कहा कि ब्रांड नेम की बजाय जेनेरिक नेम से दवा मंगाए। इसके लिए जनऔषधि केंद्र है।
एमआरआई सीटी पर कुछ नहीं
डीएम ने इमरजेंसी का भी निरीक्षण किया। इस दौरान का खराब पड़ी एमआरआई मशीन व नई सीटी स्कैन मशीन को लेकर उन्होंने कुछ नहीं कहा। निरीक्षण के दौरान सीएमएस डॉ। रामजी खन्ना, सुप्रीटेंडेंट डॉ। मुन्नालाल, हॉस्पिटल मैनेजर डॉ। फैसल नफीस भी मौजूद रहे।